Video: स्वयंसेवक से प्रधानमंत्री तक, वो 10 घटनाएं जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को शिखर पर पहुंचाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 68वां जन्मदिवस है. उनके फैन्स और आलोचक दोनों ही सोशल मीडिया पर उनके बर्थडे को ट्रेन्ड पर बनाए हुए हैं. विष्णु शर्मा बता रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन की वो दस बड़ी घटनाएं जिन्होंने उन्हें बुलंदियों पर पहुंचाया.

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Video: स्वयंसेवक से प्रधानमंत्री तक, वो 10 घटनाएं जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को शिखर पर पहुंचाया

Aanchal Pandey

  • September 17, 2018 3:40 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 68वां जन्मदिन है, सोशल मीडिया पर उनके फैन्स और आलोचक दोनों ही उनके बर्थडे को ट्रेन्ड पर बनाए हुए हैं. खुद मोदी वाराणसी में अपना जन्मदिन मना रहे हैं, यूं भी अगले साल चुनाव है. ऐसे में एक छोटे से कस्बे में रेलवे स्टेशन पर टी स्टॉल चलाने वाले के बेटे का भारत के शिखर पद तक पहुंच जाना सबके लिए हैरतअंगेज तो है ही, लेकिन वो वजहें क्या थीं, जिनकी वजह से आरएसएस या बीजेपी के लोगों ने उन्हें समय समय पर इतने बड़े बड़े पद दिए, ये जानना भी काफी दिलचस्प होगा. ऐसी दस घटनाएं. जिन्होंने नरेन्द्र मोदी को अपना माद्दा सिद्ध करने का मौका दिया, हमने आपके लिए ढूंढ निकाली हैं.

पहली घटना थी 1972 में विश्व हिंदू परिषद का विशाल सम्मेलन, जो गुजरात के सिद्धपुर में हुआ था. उस सम्मेलन के आयोजन से जुड़े थे नरेन्द्र मोदी. व्यवस्था की काफी जिम्मेदारी थी नरेन्द्र मोदी की, उस सम्मेलन में चार शंकराचार्यों को एक साथ लाना और खुद सरसंघचालक गुरु गोलवलकर की नजरों में चढ़ना, आसान काम नहीं था, लेकिन मोदी ने ये कर दिखाया. पहली बार इस सम्मेलन के जरिए नरेन्द्र मोदी संघ के वरिष्ठतम अधिकारियों की नजरों में आए थे.

दूसरा मौका उन्हें मिला 1979, में जब मोरवी में मच्छू नदी पर बने बांध में दरार आ गई, बांध टूट गया और भयंकर बाढ़ आ गई. उस दौरान करीब 20 हजार लोगों की मौत हो गई थी, नरेन्द्र मोदी उस दिन चेन्नई में थे. फौरन दिल्ली आए, वहां से वाया मुंबई राजकोट पहुंचे. दिल्ली में उन्होंने उन दिनों संघ के वरिष्ठ नेता नानाजी देशमुख से मुलाकात की और चर्चा की कि कैसे सेवा कार्यों के लिए संघ को संगठित तौर से करना चाहिए. उस बाढ़ के लिए तो एक बाढ़ राहत समिति बनाई ही गई, ट्रस्ट को रजिस्टर्ड करवाया गया और 50 लाख रुपए का चंदा इकट्ठा किया गया. बाढ़ पीढितों की तमाम तरीके से मदद के अलावा मोरबी में उनके लिए एक कॉलोनी भी बनवाई गई. ये वो योजना थी, जिसे बाद में संघ ने सेवा भारती जैसा संगठन बनाकर अपना लिया, आज सेवा भारती की वेबसाइट के मुताबिक उनके 1,86,000 सेवा प्रोजेक्ट देश के अलग अलग हिस्सों में चल रहे हैं.

बाकी की 8 ऐसी घटनाएं कौन सी थीं, जो मोदी को संघ और बीजेपी के वरिष्ठ अधिकारियों की नजर में अपना माद्दा साबित करने का मौका दिया, जानने के लिए देखिए ये वीडियो स्टोरी—

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