चंद दिनों में मानसून केरल के तट पर दस्तक देने वाला है. लेकिन गुजरात सरकार इस साल अच्छी बारिश के लिए एक नया टोटका आजमाने जा रही है. गुजरात की विजय रुपाणी सरकार ने राज्य के 33 जिलों में यज्ञ कराने के फैसला किया है.
अहमदाबाद. देश में इन दिनों भयंकर गर्मी का प्रकोप जारी है. लेकिन लोगों को इस गर्मी से जल्द ही राहत मिलने के आसार हैं. मौसम विभाग के अनुसार 31 मई को मानसून के केरल के तट पर पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग ने इस साल औसत मानसूनी बारिश की बात कही है, लेकिन गुजरात सरकार अपने राज्य में अच्छी बारिश के लिए नया टोटका आजमाने जा रही है. गुजरात की विजय रुपाणी सरकार ने इस साल अच्छी बारिश के लिए सूबे के 33 राज्यों में यज्ञ कराने का फैसला किया है. अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार गुजरात सरकार ने सूबे के 33 राज्यों और 8 बड़े शहरों में ‘परजान्या यज्ञ’ कराएगी. ये यज्ञ बारिश के भगवान इंद्र और वरुण को मानने के लिए किए जाएंगे. इन यज्ञों को गुजरात सरकार के ‘सुजलम सुफलम जल अभियान’ का हिस्सा माना जा रहा है.
गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने इस बारे में बताया कि गुजरात सरकार ने अच्छे मॉनसून के लिए 31 मई से परजान्या यज्ञ का कराने का फैसला किया है. पटेल ने बताया कि यह यज्ञ पूरे गुजरात में 41 स्थानों पर किए जाएंगे. वहीं इन यज्ञों की समाप्त पर प्रसाद का वितरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मैं खुद और सीएम विजय रुपाणी, राज्य के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी इन यज्ञों में शामिल होंगे.
बताया जा रहा है कि ये यज्ञ, गुजरात सरकार की एक महीने से चल रही ‘सुजलाम सुफलाम जल अभियान’ ड्राइव के समापन पर होगा. गुजरात सरकार ने इस ड्राइव के द्वारा नदियों, झीलों, तालाबों, नहरों और जल निकायों को मानसून सीजन से पहले गहरा करने का ऐलान किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बुधवार को हुई यज्ञ करने का निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है. आपको बता दें कि गुजरात इन दिनों पानी की भयंकर कमी से जूझ रहा है. गुजरात के 204 बांधों में अपनी भंडारण क्षमता का केवल 29 प्रतिशत पानी बचा हुआ है.
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