जामनगर, गुजरात चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के अदर की अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. और इस कलह का सबसे बड़ा कारण हैं हार्दिक पटेल जो अभी भी कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं. दावा जरूर हुआ था कि बातचीत के जरिए सब कुछ ठीक कर दिया गया है, लेकिन […]
जामनगर, गुजरात चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के अदर की अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. और इस कलह का सबसे बड़ा कारण हैं हार्दिक पटेल जो अभी भी कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं. दावा जरूर हुआ था कि बातचीत के जरिए सब कुछ ठीक कर दिया गया है, लेकिन ना हार्दिक संतुष्ट हुए और ना ही उनकी नाराज़गी दूर हुई.
अब खबर है कि हार्दिक पटेल अगले हफ्ते राहुल गांधी से मिलने वाले हैं, इस मुलाक़ात के बाद ही वे कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. बताया जा रहा है कि वे अभी भी कांग्रेस पार्टी से काफी नाराज़ हैं और अब हार्दिक की ये नाराजगी ही राजनीतिक गलियारों में कई अटकलों को जन्म दे रही है. अभी तक हार्दिक ने अपने अगले कदम की ओर साफ़ तौर पर कोई इशारा नहीं किया है, पहले तो वो ये भी चुके हैं कि कांग्रेस में रहने वाले हैं, लेकिन अभी तक उनकी नाराज़गी दूर नहीं हुई है, क्योंकि उनकी मांगों पर अब तक ठीक से विचार नहीं हुआ है. ऐसे में खबर है कि वे जल्द ही कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं.
बता दें कि हार्दिक पटेल गुजरात में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. वे पाटीदार समाज के एक बड़े नेता माने जाते हैं, आंदोलन के जरिए गुजरात की राजनीति में अपनी छवि मजबूत करने वाले हार्दिक कांग्रेस के लिए गुजरात में एक बहुत बड़ा चेहरा हैं, लेकिन इस समय पार्टी का ये चेहरा ही पार्टी से नाराज चल रहा है. नाराजगी इस बात को लेकर है कि अभी तक हार्दिक पटेल को अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है. कहने को तो वो कार्यकारी अध्यक्ष बना दिए गए हैं, लेकिन उन्हें करना क्या है, ये पार्टी हाईकमान ने अब तक स्पष्ट नहीं किया है.
हार्दिक तो पार्टी पर ये आरोप भी लगा चुके हैं कि गुजरात में कुछ कांग्रेस नेता ही उन्हें काम करने नहीं दे रहे हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं रहती कि पार्टी राज्य में कौन सा कार्यक्रम करवाने जा रही है. पार्टी पोस्टरों में भी उन्हें दरकिनार किया जाता है. इन सभी मुद्दों की वजह से वे अपने पद को लेकर पार्टी से नाराज़ चल रहे हैं.
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