डिप्टी CM नितिन पटेल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- सत्ता नहीं ये मान-सम्मान की लड़ाई, हाईकमान करेगा फैसला

शनिवार को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल की नाराजगी की खबरों ने सुर्खियां बटोरीं तो खुद नितिन पटेल सामने आए और कहा कि विजय रुपाणी के मुख्यमंत्री बनने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है लेकिन वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि उनका सम्मान बना रहे. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बात पार्टी हाईकमान के सामने रख दी है अब वह ही इस पर फैसला लेंगे.

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डिप्टी CM नितिन पटेल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- सत्ता नहीं ये मान-सम्मान की लड़ाई, हाईकमान करेगा फैसला

Aanchal Pandey

  • December 30, 2017 7:12 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

गांधीनगरः शनिवार को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल की नाराजगी की खबरों ने सुर्खियां बटोरीं तो खुद नितिन पटेल सामने आए और कहा कि विजय रुपाणी के मुख्यमंत्री बनने से उन्हें कोई परेशानी नहीं है लेकिन वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि उनका सम्मान बना रहे. उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बात पार्टी हाईकमान के सामने रख दी है अब वह ही इस पर फैसला लेंगे. सूत्रों की मानें तो गुजरात में दूसरी बार कमान संभालने वाले सीएम विजय रुपाणी के साथ मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर नितिन पटेल नाराज हैं.

बातचीत में नितिन पटेल ने 10 विधायकों के समर्थन की बात को सिरे से नकार दिया. पटेल ने कहा, उन्होंने कभी ऐसी बात नहीं की है. सरदार पटेल ग्रुप के नेता लालजीभाई की नितिन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाने की मांग को डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने उनकी दिल की इच्छा बताई. लालजीभाई चाहते हैं कि नितिन पटेल को सीएम बनाया जाए, इसी के चलते लालजीभाई ने नितिन पटेल को मुख्यमंत्री बनाने की मांग पर सोमवार को मेहसाना बंद का आह्वान किया है. इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने की खबरों का भी खंडन किया.

उन्होंने कहा कि ये सत्ता की बात नहीं बल्कि सिर्फ मान-सम्मान की बात है. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बात की है और उन्होंने पूरी तरह से पार्टी हाईकमान पर फैसला छोड़ दिया है. बताया जा रहा है कि इसी मसले पर सोमवार को बीजेपी मुख्यालय में एक बैठक होनी है. दूसरी ओर पार्टी की ओर से किसी भी नेता को नितिन पटेल के मामले पर मीडिया में बयान देने के लिए मना किया गया है. गुजरात बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की मानें तो जल्द ही नाराज चल रहे डिप्टी सीएम नितिन पटेल को मना लिया जाएगा.

दरअसल नितिन पटेल विभागों के बंटवारे से खुश नहीं हैं. पटेल को इस बार सड़क एवं भवन, हेल्थ एवं फैमिली, नर्मदा, कल्पसार, चिकित्सा और शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिली है. नितिन पटेल गृह और शहरी विकास मंत्रालय चाहते थे, जो उन्हें नहीं मिला. साथ ही उनको दो अहम विभाग राजस्व और वित्त विभाग भी नहीं दिए गए. सूत्रों की मानें तो वडोदरा से विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी भी रुपाणी सरकार का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने सीएम और डिप्टी सीएम के सामने वडोदरा से एक भी विधायक को कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई है. बताया जा रहा है कि राजेंद्र त्रिवेदी ने 10 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने की धमकी भी दी है.

गौरतलब है कि शनिवार को जैसे ही सीएम विजय रुपाणी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल के बीच नाराजगी की खबरें आने लगीं तो फौरन इस मौके को भुनाने के लिए पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने नितिन पटेल को 10 विधायकों के साथ कांग्रेस में आने का न्योता दे डाला. गुजरात के बोटाड में हार्दिक ने कहा कि वे डिप्टी सीएम नितिन पटेल से मिलने जाएंगे. हार्दिक ने कहा कि उन्होंने नितिन काका को मैसेज किया था. अगर वह कहते हैं कि उन्हें बीजेपी छोड़नी है, तो मैं उनके साथ रहूंगा. कांग्रेस में उन्हें उपयुक्त पद और सम्मान दिया जाएगा.

 

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