नई दिल्लीः राहुल गांधी ट्विटर पर अपने चुटीले तेवरों से विरोधियों पर जमकर हमला बोल रहे हैं. गुजरात चुनाव को लेकर राहुल का पीएम मोदी से सवाल पूछने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. गुरुवार को राहुल ने पीएम मोदी से 9वां सवाल पूछते हुए गुजरात के किसानों की कर्ज माफी, फसल के दाम, फसल बीमा राशि और सिंचाईं संबंधी संसाधनों की कमी पर सवाल उठाए. राहुल ने ट्वीट किया, ‘न की कर्ज माफी. न दिया फसल का सही दाम. मिली नहीं फसल बीमा राशि. न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम. खेती पर गब्बर सिंह की मार. छीनी जमीन. अन्नदाता को किया बेकार. PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?’
9 दिसंबर को गुजरात में पहले फेज की वोटिंग होगी. आज शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा. मगर इससे पहले राजनीति के दिग्गज आज आखिरी अपील करने के लिए चुनावी अखाड़े में आमने-सामने उतरेंगे. कांग्रेस आज सूबे में जगह-जगह प्रेस कॉंफ्रेंस कर बीजेपी से राहुल गांधी के इन सवालों के जवाब मांगेगी. इतना ही नहीं, कांग्रेस राहुल गांधी द्वारा पूछे गए हर सवाल को सामने रखते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधेगी.
राहुल गांधी के 8 सवाल
- राहुल गांधी ने बीते 29 नवंबर को पीएम से अपने इन सवालों की कड़ी का सिलसिला शुरू किया था. राहुल ने ट्वीट करते हुए पहला सवाल पूछा, ’22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब, गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्री जी से पहला सवाल: 2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे, 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर. प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे’.
- राहुल का दूसरा सवाल था कि 1995 में गुजरात पर 9,183 करोड़ रुपये का कर्ज था और 2017 में गुजरात पर 2,41,000 करोड़ का कर्ज है. यानी हर गुजराती पर 37 हजार रुपये का कर्ज है. इन आंकड़ों को सामने रखते हुए राहुल गांधी ने पूछा है कि नरेंद्र मोदी के वित्तीय कुप्रबंधन और पब्लिसिटी की सजा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?
- राहुल ने तीसरे सवाल में पीएम मोदी से पूछा कि 2002-16 के बीच 62 हजार 549 करोड़ की बिजली खरीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? साथ ही राहुल गांधी ने गुजरात सरकार पर सरकारी बिजली कारखानों की क्षमता घटाने का आरोप लगाया है. राहुल ने कहा कि सरकारी बिजली कारखानों की क्षमता 62 प्रतिशत घटाई लेकिन निजी कंपनी से 3 रुपये प्रति यूनिट की बिजली 24 रुपये में क्यों खरीदी?
- राहुल गांधी ने अपना चौथा सवाल पूछते हुए लिखा, ‘प्रधानमंत्रीजी- चौथा सवाल’ शीर्षक के साथ लिखा, ‘सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर, किया शिक्षा का व्यापार, महँगी फीस से पड़ी हर छात्र पर मार, New India का सपना कैसे होगा साकार?’
- राहुल ने पीएम मोदी से 5वां सवाल करते हुए पूछा.. न सुरक्षा, न शिक्षा, न पोषण, महिलाओं को मिला तो सिर्फ़ शोषण, आंगनवाड़ी वर्कर और आशा, सबको दी बस निराशा. गुजरात की बहनों से किया सिर्फ़ वादा,
पूरा करने का कभी नहीं था इरादा. - राहुल गांधी ने पीएम से छठा सवाल किया. भाजपा की दोहरी मार, एक तरफ युवा बेरोजगार, दूसरी तरफ़ लाखों फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार. 7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों?
- राहुल ने पीएम से 7वां सवाल पूछा, जुमलों की बेवफाई मार गई, नोटबंदी की लुटाई मार गई, GST सारी कमाई मार गई, बाकी कुछ बचा तो- महंगाई मार गई. बढ़ते दामों से जीना दुश्वार, बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार?
- राहुल ने बीते बुधवार को पीएम मोदी से गुजरात में कुपोषण के मुद्दे पर अपना आठवां सवाल दागा. राहुल ने ट्वीट किया, प्रधानमंत्रीजी-8वाँ सवाल: 39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव डाक्टरों का घोर अभाव भुज में ‘मित्र’ को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल?
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017: आज थम जाएगा चुनाव प्रचार, राजनीति के दिग्गज करेंगे आखिरी अपील