इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने 13वें सवाल में लोकपाल बिल, GSPC, बिजली-मेट्रो घोटाले आदि के बारे में जिक्र किया.
नई दिल्ली. राहुल गांधी गुजरात चुनाव 2017 को लेकर लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा रहे हैं. पिछले कई दिनों से राहुल ट्विटर पर एक सवाल दागकर बीजेपी के गुजरात में 22 साल के शासन पर उंगली उठा रहे हैं. राहुल गांधी भी पिछले 13 दिनों से ट्विटर के जरिए ‘22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब’ शीर्षक के साथ पीएम मोदी पर हमलावर हैं. आज मंगलवार को राहुल गांधी ने पीएम मोदी से 14वां सवाल पूछा, जिसमें उन्होंने दलितों पर अत्याचार और ऊना कांड का विशेष तौर पर जिक्र किया.
मंगलवार को राहुल गांधी ने पीएम मोदी से 14वां सवाल पूछते हुए लिखा कि, 22 सालों का हिसाब #गुजरात_मांगे_जवाब, 14वां सवाल: न जमीन, न रोजगार, न स्वास्थ्य, न शिक्षा, गुजरात के दलितों को मिली है बस असुरक्षा. ऊना की दर्दनाक घटना पर मोदीजी हैं मौन, इस घटना की जवाबदेही लेगा फिर कौन? कानून तो बहुत बने दलितों के नाम, कौन देगा मगर इन्हें सही अंजाम?
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
14वां सवाल:
न जमीन, न रोजगार, न स्वास्थ्य, न शिक्षा
गुजरात के दलितों को मिली है बस असुरक्षाऊना की दर्दनाक घटना पर मोदीजी हैं मौन
इस घटना की जवाबदेही लेगा फिर कौन?कानून तो बहुत बने दलितों के नाम
कौन देगा मगर इन्हे सही अंजाम?— Office of RG (@OfficeOfRG) December 12, 2017
इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने पीएम मोदी से 13वां सवाल पूछा कि कहते थे देंगे जवाबदेह सरकार, किया लोकपाल क्यों दरकिनार? GSPC, बिजली-मेट्रो घोटाले, शाह-जादा पर चुप्पी हर बार, मित्रों की जेब भरने को हैं बेकरार, लम्बी है लिस्ट और ‘मौनसाहब’ से है जवाब की दरकार, किसके अच्छे दिन के लिए बनाई सरकार? इससे पहले राहुल गांधी ने 12वां सवाल पूछते हुए कहा कि छोटे-मंझले कारोबारी त्रस्त बड़े उद्योगपति हैं मस्त. GST और नोटबंदी की दोहरी मार सूरत-राजकोट-अलंग-अंजार, नष्ट किए गुजरात के व्यापार. क्या जवाबदारी लेगी आपकी सरकार?
राहुल गांधी का PM मोदी से 13वां सवाल, ‘मौनसाहब’ से जवाब की दरकार, किसके अच्छे दिन के लिए बनाई सरकार