नई दिल्ली, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने पर उनपर जमकर हमला बोला है. गहलोत ने कहा कि आज आजाद कह रहे हैं कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं जबकि जब हम संजय गांधी के साथ राजनीति कर रहे थे तो इन्हीं गुलाम नबी आज़ाद को संजय गांधी […]
नई दिल्ली, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने पर उनपर जमकर हमला बोला है. गहलोत ने कहा कि आज आजाद कह रहे हैं कि राहुल गांधी चापलूसों से घिरे हैं जबकि जब हम संजय गांधी के साथ राजनीति कर रहे थे तो इन्हीं गुलाम नबी आज़ाद को संजय गांधी का पिछलग्गू उर्फ़ चापलूस कहा जा रहा था. गहलोत ने कहा कि हम उस वक्त संजय गांधी से सहमत नहीं होते हुए भी उनकी अगुआई में सत्ता से बाहर रखकर संघर्ष कर रहे थे और ये लोग संजय गांधी के सलाहकार थे तब इन्हें भी चाटुकार कहा जाता था. आज राहुल गांधी ठीक उसी तरह से अपने तरीके से कांग्रेस चलाना चाह रहे हैं तो गुलाम नबी आजाद को ये बात रास नहीं आ रही है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी और राजीव गांधी सबने गुलाम नबी आजाद का साथ दिया. इंदिरा गांधी तो गुलाम नबी की शादी तक में श्रीनगर चली गई थीं, कश्मीर जब दिसतुर्भुआ तो हमने उन्हें महाराष्ट्र से राज्यभा भेजा. गहलोत ने कहा कि मुझे व्यक्तिगत रूप से धक्का लगा है कि गुलाम नबी आजाद ने ऐसे समय में इस्तीफ़ा दिया है जब सोनिया गांधी ईलाज के लिए विदेश गई हैं और पार्टी को उनकी ज़रूरत है. पहले भी ये जी-23 बनाकर चिट्टी लिख रहे थे तब सोनिया जी बीमार थीं. उन्होंने जो किया वो तो मानवता के भी खिलाफ हैं.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी गुलाम नबी आजाद के फैसले पर हैरानी जताई है, उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस ने संगठन और सरकार में अनेकों बार पद दिया है, 2 बार उन्हें लोकसभा सांसद बनाया गया, जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री भी बनाया. चुनाव की हार जीत से बचाकर उन्हें 5 बार राज्यसभा सांसद बनाया, इसके बाद भी उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी, वो भी ऐसे वक्त पर जब पार्टी को उनकी ज़रूरत थी, मुझे इस बात का बहुत दुख है.