G23 Meeting: नई दिल्ली, पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस का जी 23 समूह पहले से और ज्याद सक्रीय (G23 Meeting) हो गया है, ऐसे में कांग्रेस के सीनियर लीडर वीरप्पा मोइली ने असंतुष्ट गुट G-23 के नेताओं से एक जुट रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हम अब […]
नई दिल्ली, पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस का जी 23 समूह पहले से और ज्याद सक्रीय (G23 Meeting) हो गया है, ऐसे में कांग्रेस के सीनियर लीडर वीरप्पा मोइली ने असंतुष्ट गुट G-23 के नेताओं से एक जुट रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सिर्फ इसलिए कि हम अब सत्ता में नहीं हैं, कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं को इससे घबराना नहीं चाहिए. मोइली ने कहा कि भाजपा और अन्य दल समय के साथ आएंगे और चले जाएंगे, एक कांग्रेस ही है जो यहां रहेगी. उन्होंने ये भी कहा कि हमें दलितों के लिए हमेशा प्रतिबद्ध होना चाहिए और कड़ी से कड़ी परिस्थिति में उम्मीद नहीं खोनी चाहिए.
वीरप्पा मोइली ने आगे कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस पार्टी के भीतर सुधार चाहती हैं, लेकिन उनके आसपास के लोगों ने इसे तोड़ दिया है और वो इसे और तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. G-23 नेता पार्टी आलाकमान को निशाना बना रहे हैं और कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.
मोइली ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा इसी तरह मजबूत नहीं रहने वाली है, उन्होंने दावा किया कि नरेंद्र मोदी की राजनीति खत्म होने के बाद भाजपा बिखरकर कमजोर हो जाएगी.
बता दें पांच राज्यों में हार के बाद कांग्रेस का G-23 समूह काफी सक्रीय हो गया है, लगातार इस समूह की बैठके हो रही हैं. खबरें है कि बहुत जल्द सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी G-23 के नेताओं से मिल सकते हैं.
इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने G-23 के नेताओं से कहा था कि जब इन राजनेताओं को (यूपीए) सरकार में मंत्री बनाया गया था, तब सब लोकत्रांतिक था क्योंकि हम सत्ता में थे.