नई दिल्लीः भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है. गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर पूर्व पीएम ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में आखिरी सांस ली. एम्स की ओर से जारी किए मेडिकल बुलेटिन में अटल जी के निधन के बारे में जानकारी दी गई. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राजनेताओं ने शोक व्यक्त किया.
एम्स से अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शनों के लिए पहले कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास पर ले जाया जाएगा. शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय में अंतिम दर्शनों के बाद शाम में राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी. वाजपेयी का अंतिम संस्कार कहां होगा, अभी यह साफ नहीं हो पाया है. एम्स के बाहर काफी संख्या में लोग जुट रहे हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी 11 जून से एम्स में भर्ती थे. पिछले दो दिनों से उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई थी. पीएम नरेंद्र मोदी समेत सरकार के कई मंत्री और तमाम राज्यों के मुख्यमंत्री गुरुवार को अटल जी का हाल जानने के लिए एम्स पहुंचे. देश भर में अटल जी के जल्द स्वस्थ होने के लिए दुआएं की जा रही थीं. लखनऊ से लेकर बनारस तक पूजा-अर्चना, हवन और महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जा रहा था लेकिन उनके अंतिम समय में न दवा और न दुआ काम आई.
नीचे देखें, अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने से जुड़ा हर LIVE अपडेट्सः
जावेद अख्तर औऱ शबाना आजमी भी अटल बिहारी बाजपेयी के घर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे उन्होंने कहा कि वह अपने विरोधियों को भी मन से प्यार करते थे.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष और पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि वह भारत के एक महान राजनीतिज्ञ थे. भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध सुधारने की दिशा में अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा. बतौर विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की जिम्मेदारी उठाई थी.
– केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि वह अटल जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. देश ने आज एक महान नेता को खोया है. वह एक ऐसे पेड़ थे जिसकी छाया में कई लोगों ने शरण ली थी. उनको भुलाना असंभव है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.
– आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि आज देश ने एक महान राजनेता को खो दिया है. वह राष्ट्र के विकास में विश्वास रखते थे. करगिल युद्ध के दौरान हमने उनके कुशल नेतृत्व को देखा था. वह कई बदलाव लेकर आए थे. अटल जी के साथ उनके संबंध काफी घनिष्ठ थे. हमारी पार्टी के कभी उनके साथ मतभेद नहीं रहे.
– देश के पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि अटल जी के निधन से भारत ही नहीं बल्कि बांग्लादेश की जनता को दुख पहुंचा है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.
– अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अटल जी के जाने से वह गहरे सदमे में हैं. वह हमेशा लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए लड़ाई लड़ते रहे और उनके जीवन में इसकी अमिट छाप है. बतौर सांसद, केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री उन्होंने इन मूल्यों को जिंदा रखा. वह एक कुशल वक्ता, उच्च विचारों वाले राजनेता, एक सच्चे देशभक्त थे, मगर इन सबसे पहले वह विशाल ह्रदय वाले उदार नेता थे. इन्हीं गुणों के कारण बीजेपी ही नहीं बल्कि विपक्ष के नेता भी उनका सम्मान करते थे. उनकी क्षतिपूर्ति असंभव है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.
– पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया. वह आज वाजपेयी का हाल जानने के लिए दिल्ली पहुंची थीं. अटल जी के कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास पर उनके पार्थिव शरीर को रखा गया है. ममता बनर्जी, केंद्रीय मंंत्री हर्षवर्धन, बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर समेत तमाम बीजेपी नेता वहां मौजूद हैं.
– भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर कहा, ‘आज हमने भारतीय राजनीति के एक चमकते सितारे को हमेशा के लिए खो दिया. देश ने एक बड़े नेता को खो दिया. बीजेपी ने अपने पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष को खोया है. करोड़ों युवाओं ने आज अपनी प्रेरणा को खोया है. इसकी क्षतिपूर्ति असंभव है.’
– भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अटल जी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री व भारतीय राजनीति की महान विभूति श्री अटल बिहारी वाजपेयी के
देहावसान से मुझे बहुत दुख हुआ है. विलक्षण नेतृत्व, दूरदर्शिता तथा अद्भुत भाषण उन्हें एक विशाल व्यक्तित्व प्रदान करते थे. उनका विराट व स्नेहिल व्यक्तित्व हमारी स्मृतियों में बसा रहेगा.’
– जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा, ‘अटल जी के निधन से देश ही नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी क्षति पहुंची है. वह देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जिन्होंने हमारे लोगों की आवाज सुनी थी और घाटी के लोगों की समस्याओं को समझा था.’
– देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि अटल जी के निधन से देश को नुकसान नहीं पहुंचा है. वह 6 दशकों से भारतीय राजनीति के चमकते हुए सितारे थे. भारत के उस महान बेटे के निधन पर मैं ईश्वर से उनकी आत्मा को शांति मिलने की प्रार्थना करता हूं.’
– देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख जताया. उन्होंने कहा कि अटल जी से हमेशा कुछ न कुछ सीखने को मिलता था. उनके जाने से भारतीय राजनीति के एक सुनहरे युग का अंत हो गया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. बताते चलें कि एचडी देवगौड़ा भी अटल जी के सरकारी आवास, जहां उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा, जाने के लिए निकले हैं.
– भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रतिष्ठित राजनेता थे जो अपने ज्ञान पर नियंत्रण के लिए जाने जाते थे. उनके संवाद का लहजा सबसे अलग था जो उन्हें भीड़ से अलग बनाता था. ऐसे शख्स सदियों में एक बार दुनिया में जन्म लेते हैं. उन्हें देश ताउम्र याद रखेगा.’
– लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अटल जी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राजनीति के चमकते हुए वो सितारे थे, जो हर किसी से ज्यादा चमकता था. उनके अंदर सभी को साथ लेकर चलने की अद्भुत कला थी. विपक्षी दलों के नेता भी उनका सम्मान करते थे.
– अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे करीबी और उनके साथी पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने कहा, ‘मैं आज बहुत ही शोक में हूं क्योंकि देश के बड़े राजनेताओं में से एक अटल जी अब इस दुनिया में नहीं रहे. अटल जी मेरे लिए मेरे वरिष्ठ पार्टी नेता से कहीं ज्यादा थे. वह 65 वर्षों से ज्यादा वक्त तक मेरे सबसे अच्छे मित्र रहे.’
– भारत में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने भी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त किया. अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि अमेरिका के साथ राजनीतिक संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में बतौर उनके प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. अमेरिका उनके परिवार और भारतीयों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता है.
– यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने भी अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘अटल जी के निधन से देश को बड़ा नुकसान पहुंचा है. असाधारण प्रतिभा के धनी अटल जी बेहद अपनी सादगी के लिए पहचाने जाते थे. बड़े नेता होने के बावजूद वह बेहद साधारण जीवन जीते थे. अटल जी के अंदर उनके कद का जरा भी घमंड नहीं था. आज के नेताओं को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए.’
– केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ‘श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जनसंघ के समय से पार्टी को बनाया और बढ़ाया तथा विचारधारा और पार्टी के प्रति देश में इज़्ज़त पैदा की. उनके दुखद देहावसान पर उनको मेरा प्रणाम और मेरी श्रद्धांजलि.’
– पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की. पूर्व पीएम के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘अटल जी के निधन से एक युग का अंत हो गया. उनके साथ मेरी कई यादें जुड़ी हैं. उन्हें हर कोई याद रखेगा. अटल जी के परिवार के प्रति मैं संवेदनाएं प्रकट करता हूं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.’
– योग गुरु स्वामी बाबा रामदेव ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताया. स्वामी रामदेव ने ट्वीट किया, ‘वाजपेयी जी एक कालजयी, अजातशत्रु, दूरद्रष्टा, सर्व समावेशी, अप्रतिम प्रधानमंत्री थे. उनको मैंने योग भी सिखाया और उनसे बहुत कुछ सीखा भी. उनका महाप्रयाण एक युग के अंत जैसा है.’ रामदेव अटल बिहारी वाजपेयी के सरकारी आवास के लिए निकले हैं.
– उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट किया, ‘जन-जन के प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन से पूरा देश स्तब्ध है. ईश्वर से प्रार्थना है अटल जी की आत्मा को शांति प्रदान करें. भारत माता के मुकुट का एक प्रदीप्त रत्न खोया है. आप की कमी को कोई पूरा नहीं कर पायेगा अटल जी.’
– मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर अटल जी के निधन पर शोक जताया. उन्होंने लिखा, ‘मैं परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. हम सब के लिए ये दुखदायी क्षण है. हमारे सिर से पितृतुल्य ऐसे व्यक्तित्व का साया उठ गया, जिसने हमेशा चुनौतियों से लड़ने का साहस दिया, नई राह दिखाई. आज एक राजनीतिक युग का अंत हो गया.’
– बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीट कर अटल जी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने लिखा, ‘भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन दुःखद. देश ने सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियत, प्रखर वक्ता, लेखक, चिंतक, अभिभावक एवं करिश्माई व्यक्तित्व को खो दिया. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.’
– राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ अपनी एक पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया और लिखा, पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. यह मेरे लिए व्यक्तिगत दुख की घड़ी है, जिसे शब्दों में बयां कर पाना संभव नहीं है. अटल जी मेरे लिए पिता तुल्य थे, मार्गदर्शक थे. मुझे उनका सान्निध्य मिला, ये मेरा सौभाग्य है.
– वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताया. जेटली ने ट्वीट किया कि अटल जी के निधन से गहरा दुख पहुंचा है. वह भारत के महान नेताओं में से एक थे. भारत और भारत के लोकतंत्र के लिए उनके योगदान को हमेशा-हमेशा याद रखा जाएगा.
– ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘अटल जी के निधन से मैं बहुत ज्यादा दुखी हूं. आज भारत ने एक महान राजनेता को हमेशा के लिए खो दिया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.’
– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर गहरा दुःख हुआ. भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्वेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन भारत की राजनीति के महायुग का अवसान है.’
– छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने अटल जी के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘आज किन शब्दों से श्री #AtalBihariVaajpayee जी को विदा करूँ यह समझ नहीं आ रहा, मैंने तो शब्दों की परिभाषा ही उनसे सीखी थी. वे मेरे गुरु, आदर्श एवं पितातुल्य थे. मैं परमेश्वर से उनकी आत्मा को शांति एवं इस दुःख की घड़ी में समस्त देशवासियों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.’
– महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अब वह शारीरिक रूप से जरूर हमारे साथ नहीं हैं लेकिन उनके विचार ताउम्र हमारे साथ रहेंगे. उनके निधन से देश को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा है. हम हमेशा उनकी विचारधारा से प्रेरित रहेंगे.
– उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, ‘सोचा नहीं था कि इतनी जल्दी राजनीति के एक युग का अंत होगा. वह सच्चे भारतीय थे. वह अपने दिल से बोलने में कभी संकोच नहीं करते थे. आजाद भारत के वह सबसे बड़े नेता थे. वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे.’
– स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने ट्वीट किया, ‘श्रद्धेय अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे. अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहा. सामाजिक हो या राजनीतिक जीवन अटल जी का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र को समर्पित रहा. ऐसा महसूस हो रहा है, जैसे समय की घड़ी रुक गई. मन व्यथित है, आँखे नम हैं, अपने अभिवावक को खोने का गम है. आज अटल जी का हर एक शब्द याद आ रहा है. उनकी हर बात में मार्गदर्शन होता था, हर सोच में भविष्य की झलक थी. अटल जी ने जिस राजनीति का पाठ हम सबको पढ़ाया वही हमारा दर्शन है. ईश्वर पुण्य आत्मा को शांति दें.’
– कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक जताया. राहुल ने ट्वीट किया, ‘आज भारत ने एक महान बेटे को खो दिया है. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जी लाखों-करोड़ों दिलों में बसते थे. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. हम उन्हें हमेशा याद करेंगे.’
– पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया. डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा, ‘अटल जी एक प्रखर वक्ता, प्रभावशाली कवि, एक
कुशल जनसेवक, एक बेहतरीन सांसद और महान प्रधानमंत्री थे. उनके निधन से राजनीति के एक युग का अंत हो गया.’
– गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने अटल जी को अजातशत्रु बताया. राजनाथ सिंह ने लिखा, अटल बिहारी वाजपेयी असल मायनों में अजातशत्रु थे, जिनके राजनीतिक दायरे से इतर अनेक दोस्त थे. वह राजनीतिक सर्वसम्मति में विश्वास करते थे और उनकी मान्यताओं का भारतीय राजनीति पर परिणामी प्रभाव पड़ा था.
– PM नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर ट्वीट किया, ‘मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है. हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे. अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था. उनका जाना, एक युग का अंत है. अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दें. ओम शांति.’ पीएम मोदी ने अटल जी को याद करते हुए उनकी कविता का कुछ अंश भी लिखा.
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