मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना कर रहने वाले यशवंत सिन्हा ने संवाददाताओं से बातचीत में यह आरोप भी लगाया कि सभी पहलुओं पर विचार किये बिना जीएसटी को लागू कर दिया गया.
अहमदाबाद. बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशंवत सिन्हा ने लगातार बीजेपी नेताओं पर जुबानी हमले कर रहे हैं. इस बार उनके निशाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली है. यशवंत ने जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यशवंत ने गुजरात से वित्त मंत्री पर जीएसटी को लेकर निशाना साधा है. यशवंत सिन्हा ने जेटली को देश और गुजरात पर बोझ तक बता दिया. जीएसटी में त्रुटियां बता कर वित्त मंत्री अरुण जेटली की आलोचना करते हुए यशवंत सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि अरुण जेटली गुजरात की जनता पर बोझ हैं. इसलिए देशवासियों का यह मांग करना उचित होगा कि जेटली पद छोड़ें. दरअसलअरुण जेटली गुजरात से राज्यसभा के सदस्य हैं.
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने कहा कि जब ये कहा जाता है, 70 वर्षों से कुछ नहीं हुआ, तो क्या अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी कुछ नहीं हुआ. ये तो पूरी हिटलरशाही है. जब इस देश में राजशाही थी, तब भी लोकशाही थी. लोकशाही का मतलब सहमति है, जिसमें विपक्ष और जनता की भी सहमति होनी चाहिए. उन्होंने जेटली के खिलाफ अपनी तल्खबयानी जारी रखते हुए कहा कि मैं वित्त मंत्री को गुजराती नहीं मानता. वह गुजरात से राज्यसभा के लिए चुने गए होंगे पर वे आप पर बोझ हैं. अगर वह नहीं चुने जाते तो उनकी जगह किसी गुजराती को मौका मिला होता.
इसके अलावा जब जेटली ने उनके लेख पर कटाक्ष किया था कि एक 80 साल का व्यक्ति नौकरी खोज रहा है, तो यशवंत सिन्हा ने पलटवार करते हुए जेटली पर तंज किया था कि मैं कभी बैठकर भाषण नहीं देता. बता दें कि पिछले बजट के दौरान अरुण जेटली ने संसद में बैठकर बजट भाषण पढ़ा था. यशवंत सिन्हा ने एक बार फिर नोटबंदी का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि नोटबंदी का जो मकसद बताया गया था, वो पूरा नहीं हुआ. क्या यह कालेधन के खिलाफ था, नकली नोटों के खिलाफ था या आतंकवाद के खिलाफ था. उन्होंने कहा कि ये परेशानियां तो अब भी मौजूद हैं.
GST में बदलाव पर यशवंत सिन्हा ने कहा- पीएम को चाहिए कि तुरंत जेटली को बर्खास्त करें