नई दिल्ली, Five States Elections 2022: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में 15 जनवरी तक रैलियों पर रोक लगा दी थी. आयोग का कहना था कि 15 जनवरी के बाद वे चुनावी राज्यों का जायज़ा लेंगे और उसके बाद ही इस संबंध में फैसला लेंगे. चुनावी राज्यों में सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहे हैं, प्रदेश में यहाँ रिकॉर्ड तोड़ 16 हज़ार मामले मिले हैं.
चुनावी राज्यों में कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. इस कड़ी में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले देखे जा रहे हैं. 5 दिनों में राज्य में कोरोना के सक्रिय केस 382 फीसदी तक बढ़ चुके हैं, वहीं डेली एक्टिव पॉजिटिव केस की संख्या में भी 200 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. जिस तरह से उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उससे ये आशंका जताई जा रही है कि प्रदेश में चुनावी रैलियों की इजाज़त नहीं दी जाएगी. हालांकि, पार्टियां रैलियों की अनुमति पाने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही हैं. अगर प्रदेश में चुनावी रैलियों की इजाजत दी जाती है तो ये निश्चित ही कोरोना का सुपर स्प्रेडर साबित हो सकती हैं.
कोरोना की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में राजधानी दिल्ली से लगे वह जिले शामिल हैं, जहां प्रदेश के 40 फीसदी से ज्यादा एक्टिव केस हैं. गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ तीसरी लहर में कोरोना का हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं. 8 जनवरी को जहां गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ में कुल मिलाकर 8 हजार 245 केस आए थे, वहीं शुक्रवार को इन 3 जिलों में 32,553 केस आए.
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