FIR Against BJP National General Secretary: लोकसभा चुनाव 2019 से पहले तेलंगाना में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव समेत 9 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. शिकायतकर्ता प्रवर्णा रेड्डी और उनकी पत्नी के मुताबिक, मुरलीधर राव और अन्य लोगों ने उनसे इस वादे के साथ 2.17 करोड़ रुपये लिए कि उन्हें फर्मा एक्जिल का चेयरमैन बनाया जाएगा. इसके लिए आरोपियों ने फर्मा एक्जिल चेयरमैन पद का अपॉइंटमेंट लेटर भी दिखाया, जिसपर केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के जाली दस्तखत थे.
हैदराबादः तेलंगाना पुलिस ने एक कपल से 2 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी, धोखाधड़ी के मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. सरूरनगर पुलिस ने हैदराबाद के रियलटी सेक्टर कारोबारी टी. प्रवर्णा रेड्डी और उनकी पत्नी महिपाल रेड्डी की शिकायत पर मुरलीधर राव, कृष्णा किशोर, ईश्वर रेड्डी, रामचंद्र रेड्डी, गजुला हनुमंत राव, समा चंद्रशेखर रेड्डी, बाबा, श्रीकांत, और जी. श्रीनिवास के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज किया है.
पुलिस का कहना है कि प्रवर्णा रेड्डी की शिकायत के मुताबिक, मुरलीधर राव और अन्य लोगों ने उनसे इस वादे के साथ 2.17 करोड़ रुपये लिए कि उन्हें फर्मा एक्जिल का चेयरमैन बनाया जाएगा. इसके लिए आरोपियों ने फर्मा एक्जिल चेयरमैन पद का अपॉइंटमेंट लेटर भी दिखाया, जिसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के जाली दस्तखत थे.
इस मामले में जब बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव से पूछा गया तो उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया और कहा कि इस केस से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 (विश्वासघात), 420 (चीटिंग), 468, 471 (धोखाधड़ी), 506 (आपराधिक धमकी) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि नवंबर 2015 में ईश्वर रेड्डी ने उन्हें अप्रोच किया था और कहा था कि उसके एक करीबी कृष्णा करोड़ की बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव मुरलीधर राव से काफी जान-पहचान है. साथ ही उसने ये भी कहा कि वह किसी को भी सरकार में अहम पदों पर नियुक्ति करवा सकता है.
शिकायतकर्ता के मुताबिक, बाद में ईश्वर रेड्डी ने उनपर दबाव बनाया और ऑफर स्वीकार कर 2 करोड़ से ज्यादा भुगतान करने को कहा. बाद में आरोपियों ने उन्हें रक्षा मंत्री के फर्जी दस्तखत वाला अपॉइंटमेंट लेटर दिखाकर उनसे रुपये ले लिए लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हुई. जब प्रवर्णा रेड्डी ने ईश्वर रेड्डी और रामचंद्र रेड्डी से पूछा तो उन्होंने मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश की और बाद में मना कर दिया.
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, वहीं आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में है. अगर मुरलीधर राव पर शिकंजा सकता है तो बीजेपी की तेलंगाना में काफी फजीहत हो सकती है.