नई दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी 7.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी और यह वित्त वर्ष 2024 में भी सामान स्तर तक बढ़ती रहेगी, इसी कड़ी में वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि राजनीतिक पार्टियां जो चुनावों से पहले मुफ्त चीजों का वादा करती […]
नई दिल्ली, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी 7.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी और यह वित्त वर्ष 2024 में भी सामान स्तर तक बढ़ती रहेगी, इसी कड़ी में वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि राजनीतिक पार्टियां जो चुनावों से पहले मुफ्त चीजों का वादा करती हैं, उन्हें सत्ता में आने के बाद भी खर्च के लिए बजटीय प्रावधान भी करने चाहिए.
वित्त मंत्री ने FE बेस्ट बैंक्स अवॉर्ड्स में कहा कि इस वित्त वर्ष जीडीपी 7.4 फीसदी से बढ़ेगी और यह स्तर अगले साल भी बना रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक ने भारत की ग्रोथ के अगले दो वित्त वर्षों में सबसे तेज रहने का अनुमान जताया है और उनके ये अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक के समान भी हैं. वित्त मंत्री सीतारमण ने यह भी बताया कि वैश्विक स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है और ये जोखिम उठाने का बिल्कुल भी सही समय नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि निर्यात क्षेत्र मुश्किलों का सामना करेगा, क्योंकि वैश्विक ग्रोथ बहुत धीमी पड़ गई है, इसी कड़ी में सीतारमण ने कहा कि सरकार ऐसी कोई इकाइयों के साथ मुश्किलों का सामना करने के लिए काम करेगी.
सरकारों के मुफ्त चीजों के वादों पर वित्त मंत्री ने कहा कि इनका ऐलान करते समय सरकारों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इनसे दूसरी इकाइयों पर अतिरिक्त बोझ न बढ़े, सीतारमण ने यह भी कहा कि पावर डिस्कॉम और जनरेटिंग कंपनियों को इन मुफ्त चीजों का नुकसान झेलते देखा गया है क्योंकि उन्हें कुछ हिस्सों या कुछ मामलों में तो भुगतान किया ही नहीं जाता है जबकि इन मामलों में इनकी भूमिका बहुत अहम होती है.