नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ईडी(ED) के एक्शन पर दिया बड़ा बयान सामने आया है जिसमें अशोक गहलोत ईडी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि केन्द्रीय जांच एजेंसी अभी जबरदस्त दबाव में है और मजाक बन कर रह गई है. गहलोत का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस चीफ गोविंद सिंह डोटासरा […]
नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ईडी(ED) के एक्शन पर दिया बड़ा बयान सामने आया है जिसमें अशोक गहलोत ईडी पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि केन्द्रीय जांच एजेंसी अभी जबरदस्त दबाव में है और मजाक बन कर रह गई है. गहलोत का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के घर में ईडी को कुछ नहीं मिला, ईडी केवल उनका मोबाइल फोन छीन कर लाई है.
पार्टी डोटासरा का समर्थन कर रहीं हैं
अशोक गहलोत ने ईडी(ED) पर सवाल करते हुए कहा कि “ईडी क्या ढूंढेगी? डोटासरा के पास कुछ भी नहीं है, एक फोन ही था जिसको ईडी ने ले लिया. ईडी ने अपना तो मज़ाक बनाया ही हुआ है और साथ ही जांच का भी मजाक बना कर रख दिया है. इसमें इनकी भी गलती नहीं है. उन पर ऊपर से इतना दबाव है कि उनको ये सब करना पड़ता है क्योंकि अगर उनको अपना काम करना है तो राजनीति से प्रेरित होकर छापें मारने ही पड़ेंगे. ईडी का कहना है कि पार्टी पूरी तरह से डोटासरा के समर्थन में हैं. मैंने ऐसे ईडी के एक अधिकारी को कहते सुना है.
ना सवाल पूछा ना बयान लिया
इसी बीच राजस्थान के कांग्रेस चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि गुरूवार को ईडी(ED) ने छापेमारी के दौरान उनसे कोई सवाल नहीं किया ना ही उनका कोई बयान लिया. वह कहते हैं सर्च वारंट मेरे बेटे अविनाश के नाम पर था. मैंने उन्हें फिर भी अपने सभी परिसरों की तलाशी लेने की इजाज़त दे दी. वह सिर्फ मेरा मोबाइल फोन ले गए. ईडी को वहां से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला.
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कोंग्रेस का कहना है उन्हें निशाना बनाया गया है
राजस्थान कांग्रेस के प्रमुख का कहना है कि उन पर जान कर निशाना साधा गया है क्योंकि वह हमेशा भाजपा एवं आरएसएस के खिलाफ बोलते हैं. वह चाहते हैं कि चुनाव से पहले वह मुझे जेल में डाल दें. मगर मुझे जेल भी भेज दिया जाएगा मैं जब भी वहां से जीत दर्ज करा ही लूंगा. ईडी ने गुरुवार को डोटासरा के जयपुर और सीकर वाले घरों में भी छापेमारी की थी.