झारखंड। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर रोप वे हादसे को लेकर हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है. दास ने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता है. उन्होंने कहा कि जब हादसा कल हुआ था तो उसके लिए कल ही कार्रवाई होनी चाहिए थी. वहीं झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना […]
झारखंड। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर रोप वे हादसे को लेकर हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है. दास ने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता है. उन्होंने कहा कि जब हादसा कल हुआ था तो उसके लिए कल ही कार्रवाई होनी चाहिए थी. वहीं झारखंड के आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है.
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देवघर मामले में सरकार को मृतकों को एक करोड़ मुआवजा देना चाहिए. सरकार की नाकामी से 2 की मौत और 48 पर्यटक रात भर भूखे-प्यासे हवा में लटके रहे, जिस जिले से पर्यटन मंत्री आते हैं वह घटना के 18 घंटे बाद भी मौके पर नहीं पहुंचे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.हमें एनडीआरएफ और सीआरपीएफ जवानों पर भरोसा है.
देवघर रोप वे हादसे पर बात करते हुए झारखंड के स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह समय राजनीति का नहीं बल्कि पीड़ितों की मदद के लिए केंद्र सरकार, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के सहयोग से राहत कार्य कर रहा है. हमारी प्राथमिकता जीवन बचाना है. NDRF की टीम भी बचाव कार्य में लगी हुई है. घायलों के लिए बेहतर चिकित्सा व्यवस्था की जाएगी.
बता दें कि झारखंड के देवघर में भारतीय वायुसेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रोप वे पर हादसे होने की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई है. अब तक 23 लोगों को निकाला जा चुका है. करीब 30 लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है. लोग 2000 फीट की ऊंचाई पर लोग हवा में फंसे हुए हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर जिले में त्रिकूट पर्वत का रोपवे तार टूटने से हुए हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने रांची हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि इस हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ और बचाव दल की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं. इसमें विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है. इस हादसे पर सरकार की पैनी नजर है. सरकार की ओर से लगातार राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए जा रहे हैं.