Delhi Petrol Pump Dealers Strike: दिल्ली वालों के लिए आज मुसीबत का दिन है. एक तरफ जहां पेट्रोल पंप मालिकों ने दिल्ली सरकार द्वारा वैट में कटौती नहीं किए जाने की वजह से राजधानी के करीब 400 पेट्रोल पंपों को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया है तो वहीं राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में ऑटो और टैक्सी यूनियन ने भी चक्का जाम करने का ऐलान किया है.
नई दिल्लीः Delhi Petrol Pump Dealers Strike: आज का दिन दिल्ली वालों के लिए मुसीबत भरा होगा. आज राजधानी के करीब 400 पेट्रोल पंप पूरे एक दिन के लिए बंद रहेंगे. दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (DPDA) ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) में कोई कटौती नहीं कर रही है, जिसकी वजह से उन्हें नुकसान हो रहा है. हाल ही में केंद्र सरकार और बीजेपी शासित राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर 5 रुपये (केंद्र की ओर से ढाई रुपये और राज्य की ओर से ढाई रुपये) की कटौती की थी. दिल्ली में भी केंद्र सरकार द्वारा ढाई रुपये की कटौती तो कर दी गई लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार ने राज्य की तरफ से की जाने वाली ढाई रुपये की कटौती नहीं की थी. जिसकी वजह से दिल्ली में पेट्रोल की बिक्री में 20 फीसदी और डीजल में 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (DPDA) के सदस्यों ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वैट में कमी नहीं किए जाने की वजह से ही वह एक दिवसीय हड़ताल करने पर मजबूर हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ढाई रुपये की कटौती की थी. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सभी राज्यों से वैट में कमी करने की अपील की थी. जिसके बाद एक-एककर बीजेपी शासित राज्यों ने भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ढाई रुपये की कटौती कर दी थी लेकिन दिल्ली सरकार ने कोई कटौती नहीं की. जिसकी वजह से यूपी और हरियाणा में पेट्रोल-डीजल की कीमतें दिल्ली से कम हो गई थीं.
पेट्रोल पंप मालिकों की अपील पर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने वैट कम करने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद DPDA ने इसके विरोध में सूबे के सभी 400 पेट्रोल पंपों को एक दिन के लिए बंद रखने का फैसला किया है. बताते चलें कि दिल्ली के पेट्रोल पंप सोमवार सुबह 6 बजे से लेकर मंगलवार सुबह 5 बजे तक के लिए बंद रहेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्ट्राइक को लेकर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘पेट्रोल पंप मालिकों ने हमें निजी तौर पर बताया है कि यह एक बीजेपी प्रायोजित हड़ताल है, जो सक्रिय रूप से तेल कंपनियों द्वारा समर्थित है.’