Delhi Odd Even Scheme May Extend: दिल्ली एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए ऑड ईवन नियम आगे बढ़ाया जा सकता है. आप नेता संजय सिंह ने इसको लेकर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली में ऑड ईवन पर लोगों को अच्छा रिस्पॉंस है, जनता अनुरोध कर रही है कि इसे आगे बढ़ा दिया जाए. इस दौरान संजय सिंह ने केंद्र की भाजपा सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि सरकार बढ़ते प्रदूषण पर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है.
नई दिल्ली. AAP Sanjay Singh Press Conference: दिल्ली एनसीआर की हवा की गुणवत्ता एक बार फिर खराब होने लगी है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. संजय सिंह ने केंद्र की भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बढ़ते प्रदूषण को लेकर अपनी जिम्मेदारी से बच रही है. दिल्ली में ऑड इवन को लेकर उन्होंने कहा कि लोग इसकी सरहाना कर रहे हैं. तो ऐसे में दिल्ली सरकार फिर से इसे लागू करने पर विचार कर रही है.
राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े हमें चिंता करने को मजबूर कर रहे हैं. दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर आ पहुंची है. बढ़ते पॉल्यूशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को फटकार भी लगा चुका है. वहीं दिल्ली सरकार से भी जवाब मांगा है कि ऑड ईवन लागू करने के बाद राजधानी में कितना प्रदूषण कम हुआ है.
इसी कड़ी में आज आप नेता व सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि पंजाब, हरियाण, यूपी समेत कई राज्यों में प्रदूषण बढ़ रहा है. वहां की सरकारें सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का अनुपालन नहीं कर रही हैं. दिल्ली में भाजपा प्रदूषण बढ़ने पर जश्न मनाती है.
संजय सिंह ने कहा कि प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली सरकार के प्रयास के खिलाफ भाजपा सड़क पर उतर कर प्रदर्शन, नौटंकी करती है. आगे कहा कि ऑड ईवन जब शुरू हुआ तो विजय गोयल ने विरोध किया. दिपावली पर पटाखो जलाकर लेजर शो का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि आखिर भाजपा प्रदूषण को लेकर संदेश क्या देना चाहती है कि प्रदूषण बढ़ाओ ?. ऑड इवन दोबारा शुरू होने पर उन्होंने कहा कि जनता, बुद्धजीवियों से इसको लेकर पॉजिटिव रिस्पॉंस मिला है. दिल्ली सरकार इसे आगे लागू करने के फैसले को लेकर विचार कर रही है.
शीर्ष अदालत ने सरकार से दिल्ली में वायु प्रदूषण से निपटने के समाधान खोजने के लिए हाइड्रोजन-आधारित ईंधन तकनीक का उपयोग करने की संभावना का पता लगाने के लिए कहा है. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने पीठ को बताया कि जापान में एक विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और उत्तरी भारत में वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए एक शोध किया.
उन्होंने कहा कि अनुसंधान काफी नया है और सरकार को लगता है कि वह इस क्षेत्र में प्रचलित प्रदूषण के स्तर का मुकाबला करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर सकती है.
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