तरुणी गांधी Punjab Elections 2022: चंडीगढ़, Punjab Elections 2022: पंजाब में चुनाव प्रचार पर आए पूर्व सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.) के प्राप्त करीब 56 लाख रुपए […]
चंडीगढ़, Punjab Elections 2022: पंजाब में चुनाव प्रचार पर आए पूर्व सांसद व वरिष्ठ कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। दीक्षित ने कहा कि केजरीवाल ने संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू.एन.डी.पी.) के प्राप्त करीब 56 लाख रुपए के फंड्स का दुरुपयोग किया है। इसीलिए सी.बी.आई. को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए। दीक्षित ने इस बारे में सी.बी.आई. के डायरेक्टर को एक पत्र भी लिखा है।
दीक्षित ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल इन्कम टैक्स के अधिकारी थे तो वह दिल्ली के एक स्वयंसेवी संस्था के साथ काम करते थे। आप नेता मनीष सिसोदिया भी उनके साथ जुड़े हुए थे। इस स्वंयसेवी संस्था को यू.एन.डी.पी. ने फंड रिलीज किए। बाद में यू.एन.डी.पी. ने इस फंड्स को लेकर ऑडिट करवाया, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। ऑडिट रिपोर्ट में स्वंयसेवी संस्था को दिए गए फंड्स में 32 जगह गड़बड़ी पाई गई।
दीक्षित ने कहा कि यू.एन.डी.पी. के इतिहास में इतनी ज्यादा गड़बड़ी करने वाला संभवत: यह कोई पहला विकास प्रोजैक्ट है। इन गड़बडिय़ों में सबसे गंभीर बात यह थी कि करीब 56 लाख रुपए के फंड्स का दुरुपयोग किया गया। यह धनराशि जिस कार्य के लिए दी गई थी, उसे डायवर्ट करके किसी अन्य कार्य पर खर्च कर दिया गया। जब यू.एन.डी.पी. को यह बात पता चली तो उन्होंने केजरीवाल को बुलाया और रंग हाथ पकड़े जाने पर केजरीवाल को मजबूरन पूरी धनराशि वापस करनी पड़ी।
दीक्षित ने कहा कि चूंकि भारत संयुक्त राष्ट्र संघ का सदस्य है। इसीलिए भ्रष्टाचार का यह मामला सी.बी.आई. के दायरे में आता है। सी.बी.आई. को इस मामले में कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। दीक्षित ने कहा कि चुनाव के वक्त यह मुद्दा उठाने की वजह से आम आदमी पार्टी के नेता इसे चुनावी स्टंट कह सकते हैं 2013 में भी इन्होंने दिल्ली सरकार पर दर्जनों आरोप लगाए थे। कहा था कि आते ही शीला दीक्षित को जेल में डाल दूंगा लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ क्योंकि आरोप बेबुनियाद थे। अब पंजाब में भी यह ईमानदारी का ढिढोरा पीट रहे हैं। ऐसे में पंजाब की जनता को असलियत पता लगनी चाहिए। हमें जब सच मिलेगा, जो सच मिलेगा, उसे सार्वजनिक करते रहेंगे।