नई दिल्ली, दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार और एलजी वीके सक्सेना के बीच में तल्खी खत्म थमने का नाम ही नहीं ले रही है. अब एक बार फिर एलजी की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई है. कहा गया है कि एलजी के पास कई ऐसे प्रस्ताव आ […]
नई दिल्ली, दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार और एलजी वीके सक्सेना के बीच में तल्खी खत्म थमने का नाम ही नहीं ले रही है. अब एक बार फिर एलजी की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के प्रति नाराजगी व्यक्त की गई है. कहा गया है कि एलजी के पास कई ऐसे प्रस्ताव आ रहे हैं जिन पर सीएम के हस्ताक्षर तक नहीं है.
एलजी की तरफ से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक चिट्ठी लिखी गई है. उस चिट्ठी में लिखा है कि कई सारे प्रस्ताव मुख्यमंत्री दफ्तर से बिना मुख्यमंत्री के दस्तखत के उपराज्यपाल के पास आ रहे हैं जो सही नहीं है. कोई भी प्रस्ताव या ओपिनियन भेजते वक्त मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करें कि उस पर उनका अपना दस्तखत करें न की किसी अधिकारी से करवाएं.
चिट्ठी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि जो भी प्रस्ताव बिना सीएम के दस्तखत के आते हैं, उनमें ये कभी स्पष्ट नहीं हो पाता है कि ये प्रस्ताव असल में मुख्यमंत्री द्वारा ही भेजे गए हैं या नहीं, उन्हें इसकी जानकारी है या नहीं. ऐसे में सीएम के दस्तखत के साथ ही कोई प्रस्ताव भेजा जाए. अब ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी मुद्दे को लेकर एलजी और अरविंद केजरीवाल आमने-सामने आए हों, इससे पहले भी कई बार दोनों आमने-सामने आ चुके हैं.
इससे पहले शराब नीति को लेकर विवाद रहा तो या फिर सीएम की सिंगापुर यात्रा को लेकर, सिर्फ मौके बदलते हैं लेकिन एलजी और सरकार के बीच तल्खी खत्म होने की बजाय बढ़ती ही जाती है. इस बार तो एलजी की तरफ से दावा हो गया है कि उनके पास बिना सीएम दस्तखत के प्रस्ताव आ रहे हैं, बता दें अभी तक आम आदमी पार्टी की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन भाजपा ने इसे भी बड़ा मुद्दा बना लिया है.
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