कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में राहुल गांधी को प्री-पोल और पोस्ट- पोल अलायंस पर निर्णय लेने की अहम जिम्मेदारी दी गई है. इस मीटिंग में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के बारे में रणनीति पर चर्चा हुई. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि देश में जिस तरह के माहौल हैं उनसे निपटने के लिए लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरुक करने की जरूरत है. इसके लिए आंदोलन भी चलाया जा सकता है.
नई दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमिटी की (CWC) की बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस कमिटी के जनरल सेक्रेट्री अशोक गहलोत ने मीटिंग में हुई चर्चा के बारे में प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी. गहलोत ने कहा कि पार्टी मीटिंग में 2019 में बीजेपी की हार सुनिश्चित करने के मुद्दे पर चर्चा हुई. इसके बाद रणदीप सुरजेवाला ने ब्रीफ करते हुए मीटिंग में हुई मंत्रणा की जानकारी दी. सुरजेवाला ने राहुल गांधी द्वारा दिए वक्तव्य के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने देश में वर्तमान माहौल के बारे में आगाह किया.
अशोक गहलोत ने कहा कि पार्टी मीटिंग में तय हुआ है कि राहुल गांधी महागठबंधन के बारे में तय करेंगे और दिशा निर्देश देंगे. राहुल गांधी ने कहा कि आज के मौजूदा माहौल में देश की आकांक्षाओं को कुचला जा रहा है . संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों पर आक्रमण किया जा रहा है. खासतौर पर दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा है. कांग्रेस ही एक ऐसा संगठन है जो कि इन सबक पक्ष में कश्मीर से कन्याकुमारी तक खड़ा रह सकता है. हम हर शोषित वर्ग के साथ खड़े हैं.
वहीं, सोनिया गांधी ने कहा कि किस प्रकार से नफरत और भय का माहौल सत्ताधारी समूह के लोगों द्वारा लोगों पर थोपा जा रहा है. पूरा देश देख रहा है कि प्रधानमंत्री हड़बड़ाहट में पद की गरिमा का भी ख्याल नहीं कर रहे. उनकी हड़बड़ाहट इस बात का सबूत है कि आने वाले समय में बीजेपी बुरी तरह हार रही है इसका उन्हें आभास हो चुका है. इसी लिए मोदी जी इस देश की सच्चाई को देख नहीं पा रहे.
Rahul ji has been authorised to form election campaign committee and take decisions on pre-poll and post-poll alliance: Ashok Gehlot, AICC General Secretary pic.twitter.com/H7qlye4fU5
— ANI (@ANI) July 22, 2018
सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि सिर्फ जुलमों और अपनी तारीफों से 2022 तक किसानों की आय दोगुनी नहीं होगी. इसे कार्यान्वित करने के लिए ठोस नीति बनानी होगी. जब कृषि में 14 फीसदी की विकास दर हासिल की जाए तभी किसानों की आय दोगुना तभी हो सकेगी. डॉ. सिंह ने कहा कि पीएम मोदी विकास की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कार्ययोजना बनाने के बजाय अपनी तारीफों के पुल बांधने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इन सब से कुछ हासिल नहीं होगा. उन्हें देश को विकास करने दिखाना होगा. कांग्रेस कार्यसमिति ने व्यापक चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि देश के ज्वलंत मुद्दों को जनता के बीच ले जाया जाए और उनके लिए जनांदोलन किया जाए.
LIVE: Special Congress party briefing by @ashokgehlot51 and @rssurjewala. https://t.co/FiCnBZXSHj
— Congress Live (@INCIndiaLive) July 22, 2018