कांग्रेस के 84 वें महाधिवेशन में कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन पर पेश प्रस्ताव में कहा गया कि किसानों से किए गए वादे पूरे करने में नाकाम रही भाजपा सरकार अब वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का खोखला दावा करके किसानों को फिर से ठगने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस, राहुल गांधी
नई दिल्ली. दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में कांग्रेस का दो दिवसीय महाधिवेशन रविवार को भी जारी है. शनिवार को कांग्रेस ने दावा किया कि अगर 2019 में वो अगर केंद्र में सरकार बनाती है तो देश के अमीर लोगों पर 5 फीसदी सेस लगाया जाएगा. साथ ही इस पैसे को गरीबों, किसानों, एससी, एससी लोगों और बीपीएल परिवारों के उत्थान के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
कांग्रेस के 84वें महाधिवेशन में ‘कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन’ का संकल्प लिया गया. इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी शासित केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश के लोगों की आमदनी में बढ़ती असमानता नरेंद्र मोदी सरकार की गरीब विरोधी नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम है. इस दौरान कांग्रेस ने निशाना साधते हुए कहा कि 2014 से पहले बीजेपी और पीएम मोदी ने देशवासियों से ‘सबका साथ सबका विकास’ का वादा किया था, लेकिन केंद्र में सरकार बनने के बाद मोदी सरकार ने इसके उलट ही काम किया है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश के टॉप 1 प्रतिशत अमीरों की आमदनी में 73 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि नीचे के 99 प्रतिशत लोगों की आय सिर्फ 1 प्रतिशत ही बढ़ी है. कांग्रेस ने रोजगार और किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि मोदी सरकार हर साल दो करोड़ रोजगार मुहैया कराने के वादे को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है.
कांग्रेस ने दावा किया कि यूपीए 1 सरकार के द्वारा 2009 में की गई घोषणाओं से 3.2 करोड़ किसानों को लाभ मिला था. कांग्रेस ने वादा किया कि अगर 2019 में हम एक बार फिर से केंद्र में सरकार बनाते हैं तो 2009 की तरह सभी छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए यूपीए सरकार के द्वारा 2009 में लागू की गई कृषि कर्ज माफी की तर्ज पर फिर कर्ज माफी योजना लाएगी.
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