नई दिल्ली. राजस्थान कांग्रेस में इस समय घमासान मचा हुआ है, और इसी घमासान के साथ कांग्रेस की अध्यक्ष पद को लेकर जद्दोजहद भी बढ़ गई है. अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अब नामांकन के लिए सिर्फ तीन दिन बचे हैं, लेकिन अब तक ये पक्का नहीं हो पाया है कि कौन-कौन उम्मीदवार रेस […]
नई दिल्ली. राजस्थान कांग्रेस में इस समय घमासान मचा हुआ है, और इसी घमासान के साथ कांग्रेस की अध्यक्ष पद को लेकर जद्दोजहद भी बढ़ गई है. अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अब नामांकन के लिए सिर्फ तीन दिन बचे हैं, लेकिन अब तक ये पक्का नहीं हो पाया है कि कौन-कौन उम्मीदवार रेस में होगा. अब तक गहलोत का नाम तो कंफर्म था और उन्हें गाँधी परिवार का सबसे पसंदीदा उम्मीदवार भी बताया जा रहा था, लेकिन राजस्थान में हुई बगावत के बाद अशोक गहलोत अध्यक्ष पद की रेस में पीछे हो गए हैं. कहा जा रहा है कि सीएम की कुसी के मोह में फंसकर गहलोत ने अध्यक्ष पद को गंवा दिया. अब कांग्रेस असमंजस में है, ऐसे में कांग्रेस किसी नए प्रत्याशी की तलाश कर रही है.
राजस्थान संकट पर कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि “अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत ही हमारी पहली पसंद थे, हमें उम्मीद ही नहीं थी कि ऐसा भी कुछ होगा इसलिए हमने प्लान बी तैयार करके नहीं रखा था.” अशोक गहलोत गांधी परिवार के सबसे वफादार माने जाते हैं, अब ऍन वक्त पर कांग्रेस में गहलोत का विकल्फ ढूंढने की कवायद शुरू हो गई है, इसी कड़ी में कमलनाथ भी सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे, जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ अध्यक्ष पद की रेस में शामिल हो, लेकिन कमलनाथ ने बाद में कहा कि वो सोनिया गाँधी के घर सिर्फ नवरात्र की शुभकामनाएं देने गए थे.
वहीं अध्यक्ष चुनाव के निर्वचान अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने कहा है कि शशि थरूर और कोषाध्यक्ष पवन कुमार बंसल ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, जबकि शशि थरूर की तरफ से कहा गया है कि वह 30 सितंबर को सुबह 11 बजे अपना नामांकन पर्चा भरेंगे.
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