नई दिल्ली, इस समय देश भर में कांग्रेस नेता केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी बीच कांग्रेस नेता प्रमोद आचार्य कृष्णम के हाउस अरेस्ट होने की खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार प्रमोद आचार्य दिल्ली जाने वाले थे, इसी बीच उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. दिल्ली से […]
नई दिल्ली, इस समय देश भर में कांग्रेस नेता केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी बीच कांग्रेस नेता प्रमोद आचार्य कृष्णम के हाउस अरेस्ट होने की खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार प्रमोद आचार्य दिल्ली जाने वाले थे, इसी बीच उन्हें अरेस्ट कर लिया गया. दिल्ली से पहले ही काफी देर से उनके घर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती देखी गई. अब उन्हें नज़रबंद कर दिया गया है. बहरहाल इस कार्रवाई के पीछे की वजह अभी सामने नहीं आई है. वहीं नजरबंद के सवालों पर अधिकारियों ने भी चुप्पी साधी हुई है.
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को सोमवार को गाजियाबाद पुलिस द्वारा उनके ही आवास पर नजरबंद कर दिया गया. भारत सरकार की नीतियों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी द्वारा जंतर मंतर पर सत्याग्रह आयोजित किया गया है. इस सत्याग्रह में कांग्रेस पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता भी शामिल हुए. इस बीच नज़रबंदी के बाद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा, ‘मैं भी जंतर मंतर जाकर सत्याग्रह में शामिल होना चाहता था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने आज मुझे घर से बाहर नहीं जाने दिया. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाना हमारे खिलाफ ज़ुल्म है. बाहर जाने के लिए पुलिस से नहीं लड़ सकते.
अग्निपथ योजना पर भी कांग्रेस नेता आचार्य ने अपनी प्रतिक्रिया दी. जहां उन्होंने कहा कि सरकार को इस योजना को वापस लेना चाहिए. पुलिस फोर्स सेना या पैरामिलिट्री फोर्स में किसी को भी नौकरी जीवन भर के लिए ही दी जानी चाहिए. 4 साल के लिए नौकरी देने का कोई तुक नहीं बनता है. साथ ही केंद्र सरकार को बड़ी संख्या में भर्तियां निकालनी चाहिए क्योंकि इस समय देश में महंगाई भी बढ़ रही है. 4 साल की नौकरी देना किसी नौटंकी जैसा है. जिससे यह सरकार नौजवानों के साथ गलत करेगी. इसके बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, जिस तरह मोदी सरकार ने किसानों के बिल वापस किए हैं ठीक उसी तरह अग्निपथ स्कीम को भी वापस लेना चाहिए।
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