Congress Assembly Elections Victory: लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में करारी शिकस्त दी है. ऐसे में तीनों राज्यों में मिली जीत राहुल गांधी के लिए एनिवर्सिरी गिफ्ट है तो यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी के लिए बिलेटेड बर्थडे गिफ्ट. दरअसल बीते 9 दिसंबर को सोनिया गांधी का जन्मदिन था और 11 दिसंबर 2017 को राहुल कांग्रेस के निर्विरोध अध्क्ष चुने गए थे.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले सत्ता के आखिरी सेमीफाइनल में बीजेपी से मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सत्ता छीनने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए ये जीत एनिवर्सरी गिफ्ट है तो उनकी मां सोनिया गांधी के लिए बिलेटेड बर्थडे गिफ्ट. सोनिया गांधी का जन्मदिन 9 दिसंबर को था जबकि राहुल गांधी 11 दिसंबर को 2017 में निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष चुने गए थे और 16 दिसंबर को पार्टी की औपचारिक बागडोर अपनी मां से ले ली थी. वैसे 11 दिसंबर को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी जन्मदिन है जो प्रेसिडेंट बनने से पहले कांग्रेस के बड़े नेताओं में एक थे और प्रधानमंत्री बनते-बनते रह गए थे.
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम कुल पांच राज्यों के चुनाव में मिजोरम में कांग्रेस ने एनडीए के घटक एमएनएफ के हाथों सरकार गंवाई लेकिन बीजेपी के हाथ से एक साथ तीन बड़े राज्य छीन लिए. मध्य प्रदेश में बहुमत के आस-पास भटक रही कांग्रेस सरकार बनाने को लेकर आश्वत है क्योंकि उसे राज्य में सपा ने समर्थन का ऐलान किया है जिसका एक विधायक जीत रहा है. एसपी ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ चुनाव लड़ा है और जीजीपी का भी एक सीट निकल रहा है. बीएसपी की 2 सीट निकल रही है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार स्पष्ट रूप से बनती दिख रही है जबकि छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस दो तिहाई सीटें जीतकर रमन सिंह को सत्ता से बाहर कर दिया है.
लोकसभा चुनाव से पांच महीने पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये बड़ा झटका है कि उनके तीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह और वसुंधरा राजे सिंधिया एक बार में सत्ता से बाहर हो गए हैं और तीन राज्यों में कांग्रेस की वापसी हो गई है. आम चुनाव से पहले विपक्ष का मनोबल इससे बढ़ेगा और कांग्रेस की बीजेपी और एनडीए के खिलाफ देश भर में महागठबंधन की कोशिश और तेज होगी. अगर बीजेपी शासित तीन राज्यों को छोड़ दें तो कांग्रेस के लिए मिजोरम में हार के अलावा तेलंगाना चुनाव भी झटका ही रहा जहां चार पार्टियों का गठबंधन बनाकर भी वो टीआरएस चीफ केसीआर को नहीं रोक सकी जो दो तिहाई बहुमत के साथ दूसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं.