लखनऊ. राहुल गांधी की कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक की 3,570 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ बुधवार से शुरू होने वाली है, लेकिन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को न तो सूचित किया गया है और न ही उन्हें इस यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की टीम में मुख्य रूप से प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह, अमेठी सेवा दल के अध्यक्ष राम बरन कश्यप, यूपीसीसी अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष शाहनवाज आलम, यूपीसीसी मछुआरा कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र निषाद और यूपीसीसी सचिव (उन्नाव प्रभारी) प्रतिभा अटल पाल नाराज़ हो गए हैं.
इस यात्रा के संबंध में पार्टी के एक नेता ने बताया, “हमारे पास यात्रियों की तीन श्रेणियां हैं- भारत पदयात्री (जो पूरे रास्ते राहुल के साथ होंगे), अतिथि पदयात्री (जो कुछ समय के लिए शामिल होंगे) और राज्य पदयात्री (जो अपने-अपने राज्यों में राहुल के साथ होंगे) अब उत्तर प्रदेश से 14 भारत यात्री हैं.” 100 पदयात्री होंगे, जो शुरू से लेकर अंत तक चलेंगे, वो ‘भारत यात्री’ होंगे. जिन प्रदेशों से यह यात्रा नहीं गुजरने वाली है, उसके 100-100 लोग इसमें शामिल होंगे, ये लोग अतिथि यात्री होंगे. जिन प्रदेशों से यात्रा गुजरेगी उनसे 100-100 यात्री शामिल होंगे और ये प्रदेश यात्री होंगे, बता दें एक समय इसमें 300 पदयात्री शामिल रहेंगे.
राहुल गांधी की अगुआई में 7 सितंबर को कन्याकुमारी से कांग्रेस की ये भारत जोड़ो यात्रा शुरू होगी. उत्तर प्रदेश में ढाई दिनों की संक्षिप्त अवधि के लिए रहने की उम्मीद है, पार्टी ने राज्य की लंबाई और चौड़ाई को कवर करते हुए चार से पांच छोटी यात्राएं करने का तय किया है, छोटी यात्राओं का बुलंदशहर में विलय होगा. कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने इस संबंध में बताया कि पार्टी बुलंदशहर में मुख्य यात्रा में शामिल होने से पहले विभिन्न क्षेत्रों में छोटी यात्राएं करेगी. मुख्य यात्रा तीन भागों में की जाएगी, जिसमें पहला भाग 7 बजे से होगा, दूसरा सुबह 10.30 बजे से और तीसरा 12 से होगा, इस दौरान 13 किमी की दूरी तय की जाएगी.”
इस बीच पार्टी के दिग्गज नेता एक बार फिर नजरअंदाज किए जाने से खफा हैं, उनका कहना है कि उन्हें इसके लिए आमंत्रित नहीं किया गया. यूपीसीसी के एक पूर्व अध्यक्ष ने कहा, “ऐसी पार्टी में रहने का क्या मतलब है जो आपकी मौजूदगी को भी नहीं पहचानती? कम से कम हमें किसी समय यात्रा में शामिल होने के निमंत्रण भेजे जाने की उम्मदी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
जम्मू कश्मीर में कांग्रेस की सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस EVM के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े…
दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी की अच्छी खासी पकड़ है। दिल्ली…
पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि श्रीलंका, भारत…
भारत की राजधानी दिल्ली में बैठीं शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश की वर्तमान सरकार…
इस्सौपुरटिल इलाके में अवैध कब्जे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा था।…
क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने कोहली को एक अहम सलाह दी। उन्होंने कहा कि…