नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच गठबंधन हो गया है. अब राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल की पार्टी दिल्ली की सात सीटों पर साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के अनुसार गठबंधन के तहत दिल्ली में आप 4 और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. हालांकि अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि ये सीटें कौन-कौन सी होंगी, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही इस बारे में घोषणा कर दी जाएगी. वर्तमान में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास हैं. पिछले यानी 2014 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में तीन प्रमुख पार्टियां थीं- बीजेपी, कांग्रेस और आप. यदि पिछले चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वोटों में सेंध लगाई थी, जिसका यह कारण रहा कि कांग्रेस का वोट प्रतिशत घटा और आम आदमी पार्टी का बढ़ा. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के वोट बंटवारे का फायदा दिल्ली में बीजेपी को हुआ और नतीजतन दिल्ली की सभी सात सीटों पर कमल खिल गया. आइए दिल्ली की सभी सीटों पर 2014 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालते हैं.
1. चांदनी चौक लोकसभा सीट 2014 चुनाव परिणाम-
2014 में चांदनी चौक लोकसभा सीट पर बीजेपी, आप और कांग्रेस के बीच घमासान हुआ था. बीजेपी के डॉ. हर्षवर्धन ने आप के आशुतोष और कांग्रेस के कपिल सिब्बल को हरा दिया था. वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी को इस सीट पर 2014 में 45.8 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं आम आदमी पार्टी को 33.2 प्रतिशत मिले थे. जबकि कांग्रेस को 20.5 प्रतिशत वोट मिले. यानी कि यदि कांग्रेस और आप साथ मिलकर चुनाव लड़ती तो इनका वोट प्रतिशत 54 होता, जो कि बीजेपी के 45.8 प्रतिशत से काफी ज्यादा है.
2. पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट 2014 चुनाव परिणाम-
2014 में ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी से महेश गिरी, आम आदमी पार्टी से राजमोहन गांधी और कांग्रेस से संदीप दीक्षित चुनाव लड़े थे. उस चुनाव में बीजेपी ने 47.8 प्रतिशत वोट पाकर आप और कांग्रेस को मात दी थी. 2014 में आप को 31.9 प्रतिशत और कांग्रेस को 17 प्रतिशत वोट मिले थे. यह आंकड़ा भी साफ जाहिर कर रहा है कि कांग्रेस और आप मिलकर बीजेपी को यहां हरा सकते थे. क्योंकि आप और कांग्रेस का कुल वोट प्रतिशत 49 प्रतिशत है जो कि बीजेपी के 47.8 प्रतिशत से ज्यादा है. 2019 के चुनाव में कांग्रेस-आप का गठबंधन बीजेपी को कड़ी टक्कर देगा.
3. नई दिल्ली लोकसभा सीट 2014 चुनाव परिणाम-
2014 में नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी मीनाक्षी लेखी ने जीत दर्ज की थी. उन्होंने आम आदमी पार्टी के आशीष खेतान और कांग्रेस के अजय माकन को हराया था. इस चुनाव में नई दिल्ली सीट पर बीजेपी को 46.7 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि आप को 30 और कांग्रेस को करीब 19 प्रतिशत मत मिले. इसी तरह 2019 में इस सीट पर कांग्रेस और आप का कुल वोट पर्सेंटेज 49 फीसदी है, जो कि बीजेपी के 46.7 प्रतिशत से ज्यादा है. मतलब साफ है कि कांग्रेस और आप साथ मिलकर चुनाव लड़ते तो शायद यह सीट बीजेपी हार सकती थी.
4. उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा 2014 चुनाव परिणाम-
2014 के लोकसभा चुनाव में नॉर्थ ईस्ट दिल्ली सीट पर बीजेपी के मनोज तिवारी ने आप के आनंद कुमार और कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल को मात दी थी. उस दौरान इस सीट पर बीजेपी को 45.3 प्रतिशत, आप को 34.3 प्रतिशत और कांग्रेस को 16.3 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह आप और कांग्रेस को कुल 50 फीसदी वोट मिले, जो कि बीजेपी से 5 फीसदी ज्यादा है. यानी की यह सीट भी बीजेपी के हाथ से निकल सकती थी यदि कांग्रेस और आप एक साथ होती.
5. उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा 2014 चुनाव परिणाम-
2014 चुनाव में नॉर्थ वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी के उदित राज ने आप की राखी बिड़ला और कांग्रेस के कृष्णा को हराया था. इसमें बीजेपी को 46.4 प्रतिशत तो आप को 38.6 प्रतिशत और कांग्रेस को 11.6 प्रतिशत वोट मिले थे. यदि आप और कांग्रेस का वोट मिला दिया जाए तो यह आंकड़ा 50 फीसदी तक पहुंच जाएगा जो कि बीजेपी से करीब 4 फीसदी ज्यादा है. यानी कांग्रेस और आप मिलकर बीजेपी को यहां भी मात दे सकती थी.
6. दक्षिणी दिल्ली लोकसभा 2014 चुनाव परिणाम-
2014 में साउथ दिल्ली लोकसभा सीट पर बीजेपी के रमेश विधुड़ी ने आम आदमी पार्टी के देविंदर शेरावत और कांग्रेस के रमेश कुमार को हराया था. जिसमें बीजेपी को 45.2 प्रतिशत, आप को 35.5 प्रतिशत और कांग्रेस को 11.4 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह कांग्रेस और आप के कुल वोट करीब 47 फीसदी वोट मिले जो कि बीजेपी से 2 फीसदी ज्यादा है. यहां भी कांग्रेस और आप के वोट बंटवारे में बीजेपी ने जीत दर्ज की.
7. पश्चिमी दिल्ली लोकसभा 2014 चुनाव परिणाम-
2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट दिल्ली ही ऐसी सीट है जहां बीजेपी ने आप और कांग्रेस के कुल वोटों से भी ज्यादा वोट पाए थे. उस चुनाव में यहां बीजेपी के परवेश वर्मा को 48.3 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि आप के जरनैल सिंह को 28.4 प्रतिशत और कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 14.3 प्रतिशत वोट मिले. आप और कांग्रेस का कुल वोट 43 फीसदी रहा जो कि बीजेपी के 48.3 फीसदी से काफी कम था.
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