लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के बीच शिवपाल सिंह यादव से मजेदार बातचीत की. बुधवार (1 मार्च) को हुए बजट सत्र पर मुख्यमंत्री अपना भाषण दे रहे थे इस दौरान उन्होंने सिंचाई योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कुछ योजनाओं का ज़िक्र किया. इसी पर शिवपाल ज्यादा बोलने के लिए खड़े […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के बीच शिवपाल सिंह यादव से मजेदार बातचीत की. बुधवार (1 मार्च) को हुए बजट सत्र पर मुख्यमंत्री अपना भाषण दे रहे थे इस दौरान उन्होंने सिंचाई योजनाओं का ज़िक्र करते हुए कुछ योजनाओं का ज़िक्र किया. इसी पर शिवपाल ज्यादा बोलने के लिए खड़े हुए तो सीएम योगी ने उनका जवाब दिया.
दरअसल सदन की कार्यवाही के दौरान योगी ने बाणसागर से लेकर सरयू नहर तक की योजनाओं का जिक्र किया. सीएम योगी ने कहा कि ये योजनाएं सालों तक पेंडिंग रहीं। जिसपर शिवपाल यादव जवाब देने के लिए खड़े हुए. बता दें, समाजवादी पार्टी की सरकार में शिवपाल यादव ही सिंचाई मंत्री थे. उन्होंने कहा कि यदि हमें 6 महीने का समय और मिल जाता तो सारी योजनाएं पूरी हो जातीं. इसपर मुख्यमंत्री योगी ने जवाब दिया कि आप इन योजनाओं को पूरा ना कर सके, इसलिए जनता ने हमें चुन लिया।आगे योगी शिवपाल पर कहते हैं कि आप जमीन से राजनीति करके आए हैं, हम आपका सम्मान करते हैं. यदि आप हमारे साथ होते तो बात कुछ और होती.
मुख्यमंत्री योगी के इस बयान पर सदन में ठहाके लगने लगे. इसपर शिवपाल उठी और कहा कि हम पिछले तीन साल तक आपके संपर्क में थे ये बार आपको भी मालूम है. जब जागो तभी सवेरा. इसपर दूसरी ओर से मुख्यमंत्री योगी जवाब देते हैं कि हम अब भी आपके संपर्क में हैं. गौरतलब है कि अखिलेश यादव से बगावत के बाद शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी बना ली थी. तब उन्हें योगी सरकार ने ही पार्टी के लिए विशेष घर और तमाम चीजें दी थी। भाजपा शिवपाल को अपनी पार्टी में शामिल करना चाहती थी. हालाँकि भाजपा की ये तमन्ना केवल तमन्ना बनकर ही रह गई और मैनपुरी के उपचुनाव में चाचा भतीजे की जोड़ी ने कमाल कर दिखाया. शिवपाल ने सपा में अपनी पार्टी का विलय कर दिया.
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