मुंबई, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सरकार बनने के बाद पहली बार मीडिया से बात की है. उन्होंने कहा कि लोग विपक्ष से सत्ता की ओर जाते हैं लेकिन कई मुद्दों पर एकमत न होने के कारण उन्होंने और उनके साथियों ने सत्ता छोड़ दी. अब वे लोग अपनी विचारधारा, बालासाहेब का हिंदुत्व […]
मुंबई, महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सरकार बनने के बाद पहली बार मीडिया से बात की है. उन्होंने कहा कि लोग विपक्ष से सत्ता की ओर जाते हैं लेकिन कई मुद्दों पर एकमत न होने के कारण उन्होंने और उनके साथियों ने सत्ता छोड़ दी. अब वे लोग अपनी विचारधारा, बालासाहेब का हिंदुत्व और क्षेत्र के विकास के मुद्दे पर काम करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. मालूम हो कि एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
भाजपा के साथ सरकार बनाने के सवाल पर शिंदे ने कहा कि पहले शिवसेना और बीजेपी के साथ गठबंधन होता था. भाजपा के साथ शिवसेना का नैचुरल अलायंस है और उन्होंने भी वही रास्ता अपनाया है. शिंदे का कहना है कि उन्होंने कोई गलत रास्ता नहीं अपनाया, शिंदे के पास 50 विधायक हैं भाजपा के पास 115 से 120 विधायक हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि, “देवेंद्र फडणवीस चाहते थे कि मैं ही मुख्यमंत्री बनूं और वह मंत्रिमंडल से बाहर कर सरकार का साथ देंगे लेकिन हम सभी चाहते थे कि वह मंत्रिमंडल में रहें ताकि प्रदेश को एक मजबूत सरकार मिल सके. उनके घर पर था जब उन्हें आलाकमान से मैसेज आया, जिसके बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
उद्धव ठाकरे ने कांफ्रेंस के दौरान कहा, “जो कल हुआ, 2019 में गठबंधन के दौरान मैंने अमित शाह से वही कहा था कि 2.5 साल शिवसेना का मुख्यमंत्री हो और वही हुआ, लेकिन अगर उस समय शाह मेरी बात मान लेते तो महाविकास अघाड़ी का गठन ही नहीं होता और अब 2.5 साल बाद महाराष्ट्र में भाजपा का सीएम होता.”
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