CJI SC Judge Bench Ayodhya Verdict Meeting: अयोध्या में राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर जल्द फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट में बहस पूरी हो चुकी है और फैसला सुरक्षित रख लिया है. सुप्रीम कोर्ट से चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अयोध्या जजमेंट लिखने के लिए अपने विदेश दौरे रद्द कर दिए हैं. सीजेआई रंजन गोगोई 18 अक्टूबर से अमेरिका, ब्राजील, यूएई समेत अन्य देशों के दौरे पर जाने वाले थे. इस बीच अयोध्या मामले की सुनवाई कर चुकी विशेष बेंच के पांचों जजों की मीटिंग शुरू हो गई है.
नई दिल्ली. CJI SC Judge Bench Ayodhya Verdict Meeting: अयोध्या राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर जल्द फैसले की उम्मीदें बढ़ गई हैं और सुप्रीम कोर्ट भी अपने स्तर पर तैयारियों में पूरी तरह जुटा है. ऐसे में दोनों पक्षों की बहस और सुनवाई पूरी होने के बाद अगले एक महीने के अंदर जजमेंट आने की संभावना है. इस बीच अयोध्या विवाद मामले पर फैसला लिखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस (CJI) जस्टिस रंजन गोगोई ने अपना प्रस्तावित विदेश दौरा रद्द कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या राम जन्मभूमि मामले में फैसला लिखने के लिए रंजन गोगोई ने अमेरिका, ब्राजील, यूएई समेत अन्य देशों के दौरे रद्द कर दिए हैं. इस बीच अयोध्या मामले की सुनवाई कर चुकी विशेष बेंच के पांचों जजों की मीटिंग शुरू हो गई है.
सूत्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई रिटायर्ड होने से पहले यानी 17 नवंबर से पहले लंबे समय से जारी अयोध्या विवाद पर फैसला देना चाहते हैं. विदेश दौरे के रद्द होने से उन्हें फैसला लिखने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. यहां बता दूं कि जस्टिस रंजन गोगोई को 18 अक्टूबर को विदेश जाने वाले थे. ब्राजील, अमेरिका और UAE में उन्हें पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होना था. मंगलवार को चीफ जस्टिस के ऑफिस ने इस बाबत केंद्र को सूचित किया है कि उनका प्रस्तावित विदेश दौरा रद्द हो गया है.
सूत्र। CJI जस्टिस रंजन गोगोई ने अपना प्रस्तावित विदेश दौरा रद्द किया।अयोध्या रामजन्मभूमि मामले में फैसला लिखने के लिए CJI ने ये दौरे रद्द किए है।सूत्र ये बता रहे है कि जस्टिस रंजन गोगोई रिटायर्ड होने से पहले यानी 17 नवंबर से पहले फैसला देना चाहते हैं।@Inkhabar
— Ashish Sinha (@Ashish_sinhaa) October 17, 2019
उल्लेखनीय है कि अयोध्या मामले की सुनवाई कर चुकी विशेष बेंच के पांचों जजों की मीटिंग गुरुवार को शुरू हो गई है. अनुमान है कि दिनभर इस सबसे अहम मुकदमे के फैसले को लेकर जजों के बीच अहम चर्चा होगी. सुलह समझौते को लेकर मध्यस्थता कमिटी की सीलबंद रिपोर्ट पर चर्चा हो रही है. यहां बता दूं कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुनवाई पूरी कर ली है और फैसला सुरक्षित रख लिया है. आगामी 17 नवंबर को सीजेआई रंजन गोगोई के रिटायरमेंट से पहले अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम फैसला आ जाएगा.