पटना, 13 घंटे की जांच और पूछताछ के बाद सीबीआई अफसर अब राबड़ी आवास से बाहर निकल गए हैं. राबड़ी आवास के बाहर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने छापेमारी के विरोध में प्रदर्शन किया, प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि खुद राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव को अफसरों को छोड़ने के लिए गेट तक जाना पड़ा. क्यों […]
पटना, 13 घंटे की जांच और पूछताछ के बाद सीबीआई अफसर अब राबड़ी आवास से बाहर निकल गए हैं. राबड़ी आवास के बाहर आरजेडी कार्यकर्ताओं ने छापेमारी के विरोध में प्रदर्शन किया, प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि खुद राबड़ी देवी और तेज प्रताप यादव को अफसरों को छोड़ने के लिए गेट तक जाना पड़ा.
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर फिर एक बार केंद्रीय जांच एजेंसी यानी सीबीआई ने शिकंजा कसा है. रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले यानी लैंड फॉर जॉब स्कैम के मामले में लालू और उनके परिवार के लोगों से जुड़े 17 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है. लालू यादव के साथ ही उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी के लिए पहुंची.
जब से लालू यादव के 17 ठिकानों पर छापेमारी हुई है, तब से ये सवाल उठ रहे हैं आखिर मामला है क्या और छापेमारी क्यों हुई. वहीं, इस मामले में राबड़ी देवी और मीसा भारती की क्या भूमिका है. आइए आपको बताते हैं..
2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव जिस समय यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे, तब का ये मामला है. लालू पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि नौकरी लगवाने के बदले में आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए. सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया क्योंकि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गई थी.
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम, जिसमें उलझ गए लालू, इन मामलों में पहले ही लटक रही है तलवार