Amit Shah Rath Yatra: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी का लोकतंत्र बचाओ रैली के तहत तीन रथयात्राएं निकालने का कार्यक्रम है. सात दिसंबर को कूचबिहार से रथयात्रा निकाले जाने से पहले ही कोलकाता हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है. वहीं गुरुवार को कूचबिहार जाते समय पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया गया.
कोलकाता. कोलकाता हाईकोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को पश्चिम बंगाल में प्रस्तावित रथयात्रा निकालने की मंजूरी नहीं दी है. कोर्ट का मानना है कि इस यात्रा से सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न होगा. मामले की सुनवाई करते हुए गुरुवार को कोलकाता हाईकोर्ट की एकल पीठ ने रथयात्रा निकालने की इजाजत देने से इंकार कर दिया. एकलपीठ के इस फैसले को भाजपा ने खंडपीठ में चुनौती देने का फैसला लिया है. पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को उम्मीद है कि उसे रथयात्रा निकाले जाने की मंजूरी मिल जाएगी. इस मामले की अगली सुनवाई 9 जनवरी को होगी.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी का ‘लोकतंत्र बचाओ रैली’ के तहत तीन रथयात्राएं निकालने की योजना है. इसके तहत भाजपा 7 दिसंबर को कूचबिहार से पहली रथयात्रा निकालना चाह रही थी. वहीं 9 दिसंबर को दक्षिण 24 परगना और 14 दिसंबरको बीरभूमि जिले में तारापीठ मंदिर से रथयात्रा निकाले जाने का कार्यक्रम है. राज्य सरकार का कहना है कि इन यात्राओं से साप्रंदायिक तनाव उत्पन्न होगा. राज्य सरकार के महाधिवक्ता किशोर दत्ता ने कोर्ट में कहा कि हमारे पास ऐसी सूचनाएं है कि इन जिलों में साप्रंदायिकता को बढ़ावा देने वाले तत्त्व जमा हैं. दत्ता ने कहा कि कूचबिहार पुलिस अधीक्षक ने भी रथयात्रा निकालने की अनुमति देने से इंकार किया है. वहीं दूसरी तरफ गुरुवार को कूचबिहार में पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर हमला किया गया है.
It is sad & unbelievable when violence mars the Holy Land of Thakur Panchanan Barma.On our way to this shrine,TMC goons attacked us shamelessly wrecking and breaking our vehicles.Desperation of TMC to stop us & Yatra by all ruthless means is so evident in their acts of violence. pic.twitter.com/0fqlk0EFxx
— Dilip Ghosh (Modi Ka Parivar) (@DilipGhoshBJP) December 6, 2018
मिली जानकारी के अनुसार दिलीप घोष अपनी गाड़ी से कूचबिहार जा रहे थे. इसी दौरान रास्ते में उन्हें लोगों के भारी रोष का सामना करना पड़ा. लोगों ने लाठी-डंडे से उनकी गाड़ी हमला किया. जिससे उनकी गाड़ी के कांच टूट गए. हालांकि दिलीप घोष को कोई चोट नहीं आई है. घोष ने हमले का वीडियो अपने ट्विटर अंकाउट पर शेयर किया है. जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पुलिस बल की मौजूदगी में लोगों ने दिलीप के काफिले का हमला किया. दिलीप घोष ने तृणमूल कांग्रेस पर हमला का आरोप लगाया.
दिलीप घोष ने ट्ववीट करते हुए लिखा कि ठाकुर पंचानन वर्मा की पवित्र भूमि पर इस तरह की हिंसा को देखना अविश्वसनीय और दुखद है. श्राइन जाने के दौरान हमारे काफिले पर टीएमसी के लोगों ने पत्थरबाजी की, हमारे वाहनों को क्षतिग्रस्त किया. टीएमसी हर हाल में हमारी रथयात्रा को रोकना चाह रही है. चाहें इसके लिए हिंसा का सहारा ही क्यों न लेना पड़े.