नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके मुताबिक केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. गडकरी के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संसदीय बोर्ड से हटाया गया हैं, इन दोनों नेताओं नितिन गडकरी और शिवराज […]
नई दिल्ली, भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसके मुताबिक केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पार्टी के संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. गडकरी के अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी संसदीय बोर्ड से हटाया गया हैं, इन दोनों नेताओं नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति से भी बाहर कर दिया गया है.
एक तरफ जहां केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को बोर्ड से हटाया गया है तो वहीं बीएस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के. लक्ष्मण, सुधा यादव, इकबाल सिंह लालपुरा को नए सदस्यों के रूप में संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है.
भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड में बड़ा बदलाव किया गया, नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को संसदीय बोर्ड से हटा दिया गया है. वहीं, अब नए संसदीय बोर्ड में जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष), नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, सत्यनारायण जातिया, बीएल संतोष, बीएस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा और सुधा यादव शामिल हैं.
इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति का भी ऐलान कर दिया गया है, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और ओम माथुर को जगह दी गई है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस समिति से हटा दिया गया है.
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में जगत प्रकाश नड्डा (अध्यक्ष), नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, बीएस येदियुरप्पा, सर्बानंद सोनोवाल, के लक्ष्मण, इकबाल सिंह लालपुरा, सुधा यादव, सत्यनारायण जटिया, भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, बीएल संतोष (सचिव) और वी श्रीनिवास (पदेन) शामिल हैं.
इन दोनों नई लिस्ट के राजनीतिक रूप से बड़े मायने निकाले जा रहे हैं. हाल ही में महाराष्ट्र में भाजपा ने शिवसेना के शिंदे गुट के साथ मिलकर सरकार बनाई है. इस सरकार मेंएकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री को बनाया गया है जबकि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम के पद से ही संतोष करना पड़ा. अब महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा माने जाने वाले नितिन गडकरी को संसदीय बोर्ड और चुनाव समिति से हटाया गया है और देवेंद्र फडणवीस का कद बढ़ाया गया है.