रॉबर्ट्सगंजः उत्तर प्रदेश के रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शिकायत की है. छोटेलाल ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे और संगठन मंत्री सुनील बंसल की भी शिकायत की है. पीएम को लिखे पत्र में बीजेपी सांसद ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि जिले के आला अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं. वह दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले लेकिन सीएम योगी ने उन्हें डांटकर भगा दिया. पीएम मोदी ने सांसद छोटेलाल को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
सांसद छोटेलाल ने कहा कि साल 2015 में जब प्रदेश में अखिलेश सरकार थी उस समय नौगढ़ वन क्षेत्र में अवैध कब्जे की शिकायत पीएम समेत कई लोगों से की लेकिन कार्रवाई की बजाय अधिकारियों ने उनके ही घर को ही वन क्षेत्र में डाल दिया. राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के आदेश पर दोबारा पैमाईश में पता चला कि उनका घर वन क्षेत्र में नहीं आता है.
छोटेलाल का आरोप है कि अक्टूबर 2017 में उनके भाई जोकि उस समय क्षेत्र पंचायत नौगढ़ के प्रमुख थे उनके खिलाफ समाजवादी पार्टी की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया गया.
वोटिंग के दौरान असलहों से लैस बदमाशों ने उन पर हथियार तान दिए. बदमाशों ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें गाली देते हुए धमकाया. मौके पर अधिकारी भी मौजूद थे लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. इस मामले में उनकी पार्टी के लोग और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. छोटेलाल ने आशंका जताई कि उनकी पार्टी के नेता आगामी आम चुनाव में उनका टिकट काट सकते हैं. उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है. फिलहाल पीएम मोदी से मिले आश्वासन के बाद छोटेलाल ने कहा कि उन्हें पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर पूरा भरोसा है.
गौरतलब है कि यूपी में बीजेपी सांसद योगीराज में खुश नहीं है. छोटेलाल से पहले बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले भी योगी सरकार से नाराजगी जाहिर कर चुकी हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बीते एक अप्रैल को लखनऊ में ‘भारतीय संविधान बचाओ रैली’ में कहा था, ‘कभी कहा जा रहा है कि संविधान बदलने के लिए आए हैं. कभी कहा जा रहा है कि आरक्षण को खत्म करेंगे. बाबा साहेब का संविधान सुरक्षित नहीं है.’
बताते चलें कि हाल में लखनऊ के एक व्यापारी को भी सीएम योगी के जनता दरबार से भगाने की खबरें आईं थीं. दरअसल व्यापारी ने नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी पर उसकी 22 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया. व्यापारी जब इंसाफ की आस लेकर सीएम योगी के जनता दरबार में पहुंचा तो योगी ने उसकी बात सुनने से पहले व्यापारी की शिकायत से जुड़ी फाइलों को फेंक दिया और कोई कार्रवाई न होने की बात कहकर उसे वहां से डांटकर भगा दिया.
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