कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद से कई भाजपा नेता टीएमसी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी नेताओं के पार्टी से इस्तीफे का दौर अभी जारी है। अब पश्चिम बंगाल के बीजेपी उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि वह टीएमसी में शामिल हो सकते हैं टीएमसी […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद से कई भाजपा नेता टीएमसी में शामिल हो गए हैं। बीजेपी नेताओं के पार्टी से इस्तीफे का दौर अभी जारी है। अब पश्चिम बंगाल के बीजेपी उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह के बारे में कहा जा रहा है कि वह टीएमसी में शामिल हो सकते हैं
पश्चिम बंगाल बीजेपी के उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने संगठन में वरिष्ठ पद पर रहते हुए भी उन्हें ठीक से काम नहीं करने देने की बात कही है। उन्होंने राज्य में भाजपा नेतृत्व पर भी सवाल उठाए हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक उनके तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल होने की संभावना है।
अर्जुन सिंह की टिप्पणी केंद्र सरकार द्वारा शुक्रवार को जूट की कीमतों को 6,500 रुपये प्रति क्विंटल सीमित करने वाली अधिसूचना को वापस लेने की घोषणा के बाद आई है। अर्जुन सिंह और उद्योग जगत के अन्य हितधारक पिछले कुछ हफ्तों से इसकी मांग कर रहे थे।
सिंह ने कहा कि मैंने हाल ही में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और उन्हें पार्टी की राज्य इकाई की स्थिति के बारे में बताया। समर्पित कार्यकर्ताओं को उनकी उचित मान्यता नहीं दी जाती है। प्रदेश उपाध्यक्ष होने के बावजूद मुझे ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा है। बता दें कि अर्जुन सिंह 2019 में टीएमसी से बीजेपी में शामिल हुए हैं।
बताया जा रहा है कि सिंह हाल ही में जूट मिल के मुद्दे को उठाकर भाजपा की राज्य इकाई में गुटबाजी को लेकर भाजपा के शीर्ष अधिकारियों से मिलने के लिए दिल्ली गए थे। इस दौरान सिंह ने बड़े पैमाने पर विरोध शुरू करने की चेतावनी भी दी थी। ऐसी जानकारी है कि अर्जुन सिंह तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने पर चर्चा करने के लिए अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी से मुलाकात करेंगे।
इस बीच बीजेपी नेता समिक भट्टाचार्य ने बताया कि पार्टी के साथ रहना या न रहना पूरी तरह से उनका फैसला है। यह घटनाक्रम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के राज्य के दौरे के ठीक बाद हुई है।
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