गांधीनगर। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के लेकर त्रिकोणीय हुए मुकाबले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने नई रणनीति के तहत कई अहम नेताओं एवं सिटिंग विधायकों का टिकट काटा है। तमाम नेताओं ने इसे पार्टी के हित का फैसला मानते हुए इसका सम्मान किया, परन्तु भाजपा के इस फैसले से कई विधायक नाराज़ होकर बड़ा […]
गांधीनगर। आगामी गुजरात विधानसभा चुनावों के लेकर त्रिकोणीय हुए मुकाबले में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने नई रणनीति के तहत कई अहम नेताओं एवं सिटिंग विधायकों का टिकट काटा है। तमाम नेताओं ने इसे पार्टी के हित का फैसला मानते हुए इसका सम्मान किया, परन्तु भाजपा के इस फैसले से कई विधायक नाराज़ होकर बड़ा क़दम उठाने जा रहे हैं, जो भाजपा के लिए बेहद ख़तरनाक होगा।
गौरतलब है, कि आगामी गुजरात विधानसभा चुनावो के लेकर भाजपा ने नई रणनीतियां बनाईं हैं, गुजरात में सत्ता परिवर्तन के भय के कारण भाजपा ने पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों पर दांव लगाया है। भाजपा के इस फैसले को तमाम नेताओं ने सम्मान दिया लेकिन कुछ नेता इस फैसले को लेकर बागी हो गए हैं और वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन भी बना चुके हैं, साथ ही कुछ नेताओं ने निर्दलीय नामांकन भी दाखिल कर दिया है।
हम आपको बता दें की गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत कई पुराने एवं कद्दावर नेताओं का टिकट काटा गया है। यही रणनीति भाजपा हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भी अपना रही है।
182 विधानसभा सीटों वाले गुजरात में भाजपा ने 166 क्षेत्रों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।
गुजरात में अनुसूचित जनजाति के मोर्चा अध्यक्ष हर्षद वसावा का टिकट कटने के बाद उन्होने शुक्रवार को नंदोड से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया था।
हर्षद वसावा ने 2002 से 2012 तक राजपीपला सीट का प्रतिनिधित्व किया था।
नांदोड सीट पर इस समय कांग्रेस का कब्ज़ा है भाजपा ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार डॉ. दर्शन देशमुख को उतारा है, इससे नाराज़ होकर हर्षद वसावा ने अपने पद से इस्तीफा देते हुए चुनावी रणभूमि मे निर्दलीय उतरने की योजना बना ली है।
इसी तरह वाघोडिया से छह बार के विधायक मधु श्रीवास्तव का टिकट काटकर भाजपा ने इस सीट पर अश्विन पटेल को उतारा है इस बात को लेकर खफा मधु श्रीवास्तव ने कहा कि, यदि जनता मुझे फिर से विधायक के रुप में देखना चाहती है तो मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ूंगा।
वडोदरा जिले की पादरा सीट से टिकट काटने को लेकर पूर्व विधायक दिनेश पाटेल उर्फ दीनू मामा भी नाराज़ हैं। दिनेश पटेल की जगह चैतन्य सिंह जाला को भाजपा के द्वारा टिकट दिया गया है। वहीं करजन से सतीश पटेल और जूनागढ़ की केशोद सीट से अरिवंद लडानी का टिकट काटा गया है, इस नाराज़गी के चलते यह सभी नेता निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।