Jammu And Kashmir Assembly Dissolution: पीडीपी, एनसी और कांग्रेस गठबंधन द्वारा जम्मू कश्मीर में सरकार बनाए जाने का दावा पेश करने के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग कर दी. इस मामले पर विवाद चल रहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पाकिस्तान से निर्देश मिलने की बात कहकर मामले को तूल दे दिया है. इस पर उमर अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए आरोप साबित करने की चुनौती दी है.
श्रीनगर. जम्मू- कश्मीर में गैर बीजेपी दलों, पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राज्यपाल ने कुछ ही घंटे में विधानसभा भंग कर दी. इस मामले पर विवाद छिड़ा हुआ है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के बयान के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. राम माधव ने अपने एक बयान में कहा कि हो सकता है पीडीपी, एनसी को सीमा पार से सरकार बनाने के निर्देश मिले हों क्योंकि निकाय चुनाव में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इस बयान को लेकर उमर अब्दुल्ला ने उन्हें पाकिस्तान लिंक साबित करने की चुनौती दी है.
राम माधव के बयान के बाद उमर अब्दुल्ला ने उन्हें आरोप साबित करने की चुनौती दी है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आपके पास आपके लिए काम करने वाली रॉ , एनआईए और आईबी है . इसके अलावा आपका तोता सीबीआई भी है. अगर आपमें हिम्मत है तो इसके सबूत जनता के सामने रखिए. उन्होंने आगे कहा कि या तो सबूत सामने रखिये या माफी मांगने की हिम्मत दिखाइये. फिजूल के आरोपों की राजनीति मत कीजिए.
इसका जवाब देते हुए राम माधव ने कहा कि वह उनकी देशभक्ति पर सवाल खड़े नहीं कर रहे बल्कि पीडीपी-एनसी के बीच अचानक उमड़ा प्रेम और सरकार बनाने की जल्दबाजी इस तरह के बयान दिलवा रहा है. उमर अब्दुल्ला ने इसका जवाब देते हुए कहा कि इस तरह का व्यंग्य काम नहीं करेगा. आपने मेरी पार्टी पर पाकिस्तान के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है, मैं आपको चुनौती देता हूं कि इसे सिद्ध करके दिखाइये.
बता दें कि बुधवार शाम पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी के 29, एनसी के 15 और कांग्रेस के 12 विधायकों सहित कुल 56 विधायकों के समर्थन की बात कहते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इसके कुछ देर बाद ही राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा भंग करने का ऐलान कर दिया. पीडीपी फैक्स के जरिए सरकार बनाने का दावा पेश करने की बात कह रही है, लेकिन राज्यपाल का कहना है कि उन्हें कोई पत्र नहीं मिला. 87 सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए 44 विधायकों की जरूरत है ऐसे में पीडीपी ने 56 विधायकों के समर्थन की बात कही थी जिससे आसानी से सरकार बनाई जा सकती थी. अब राज्य में चुनाव का विकल्प खुल गया है.
#WATCH: BJP national general secretary Ram Madhav says on dissolution of J&K assembly, "PDP & NC boycotted local body polls last month because they had instructions from across the border. Probably they had fresh instructions from across the border to come together & form govt." pic.twitter.com/wNjGSFmJbc
— ANI (@ANI) November 22, 2018
Just take it in your stride @OmarAbdullah Not questioning your patriotism at all. But d sudden love between NC n PDP n d hurry to form government leads to many suspicions n political comments. Not to offend u. 😁 https://t.co/4tgbWS7Q3r
— Ram Madhav (@rammadhav_) November 22, 2018
No, misplaced attempts at humour won’t work. You HAVE claimed my party has been acting at the behest of Pakistan. I dare you to prove it! Place the evidence of your allegation of NC boycott of ULB polls at Pak behest in public domain. It’s an open challenge to you & your Govt. https://t.co/7cumKwKxuM
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 22, 2018