जयपुर: नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार के चार साल के शासन पर निशाना साधते हुए कहा है कि “सरकार ने झूठे वादे कर चार साल तक जनता को गुमराह किया है. युवाओं को काम नहीं मिल रहा है। ठेका मजदूरों को स्थायी नहीं किया जा रहा है, किसानों का कर्ज नहीं चुकाया जा […]
जयपुर: नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार के चार साल के शासन पर निशाना साधते हुए कहा है कि “सरकार ने झूठे वादे कर चार साल तक जनता को गुमराह किया है. युवाओं को काम नहीं मिल रहा है। ठेका मजदूरों को स्थायी नहीं किया जा रहा है, किसानों का कर्ज नहीं चुकाया जा रहा है, उनकी जमीनें कुर्क की जा रही हैं, कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर है.”
बेरोजगारी 32 फीसद तक – कटारिया
कटारिया ने कहा कि “घोषणाएं कागजों तले दबे रह गए हैं। धरातल पर क्या उतरा। बेरोजगारी 32 प्रतिशत तक पहुंच गई, लेकिन सरकार बेरोजगारी लाभ का वादा करके इसे भी पूरा करने में विफल रही। सबसे महंगा तेल राजस्थान में बिकता है। सरकार रेट कम करने का नाम ही नहीं ले रही है। वे आपस में बहस करते रहे, एक दूसरे को देशद्रोही कहते रहे।”
कटारिया ने कहा कि सीएम गहलोत ने ये चार साल अपनी कुर्सी बचाने में लगा दिए. पायलट को कभी निकम्मा, नाकारा और कभी विश्वासघाती कहा जाता था। जब उन्हें पार्टी आलाकमान की फटकार लगी तो वे उसी पायलट के साथ हेलीकॉप्टर में बैठकर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में साथ-साथ चल पड़े और जनता की आंखों में धूल झोंक दी. इस सरकार ने जनता का अपमान किया है, लेकिन गहलोत जी को ध्यान रखना चाहिए कि सूद सहित इस सरकार के अपमान का बदला जनता अगले साल होने वाले चुनाव में लेगी।
गुलाबचंद कटारिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चार साल के कार्यकाल को तुष्टीकरण को समर्पित करार दिया। कटारिया ने कहा कि चार साल में सरकार ने एक समुदाय विशेष के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. चूंकि राज्य में सामुदायिक तनाव की घटनाएं होती थीं और राज्य के मुख्यमंत्री का निवास जिला भी इससे बाहर नहीं रह सकता था, राज्य दंगों की आग में जलता रहा, कभी करौली, कभी भीलवाड़ा, उदयपुर। कन्हैयालाल टेलर की हत्या इस सरकार के चेहरे पर एक ऐसा धब्बा है, जिसे यह सरकार कभी नहीं धो सकती।