मुंबई: निर्वाचन आयोग के शिवसेना का नाम और चिन्ह शिंदे गुट को दिए जाने के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में तूफ़ान दिखाई दे रहा है. जहां उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री शिंदे के हक़ में आए इस फैसले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. अब उनके इन आरोपों के […]
मुंबई: निर्वाचन आयोग के शिवसेना का नाम और चिन्ह शिंदे गुट को दिए जाने के बाद से महाराष्ट्र की सियासत में तूफ़ान दिखाई दे रहा है. जहां उद्धव गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री शिंदे के हक़ में आए इस फैसले को लेकर बड़ा आरोप लगाया है. अब उनके इन आरोपों के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया है.
दरअसल संजय राउत ने आरोप लगाया है कि शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न हथियाने के लिए शिंदे गुट ने दो हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं. उनके इसी बयान पर भाजपा नेता सहजाद पूनावाला ने हमला करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे और उनकी मंडली के लोगों के बयान को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है. इस दौरान उन्होंने राउत की तुलना राहुल गांधी से भी कर दी. पूनावाला के शब्दों में, ‘संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल खड़े करना दिखाता है कि वह राहुल गांधी की भाषा बोल रहे हैं।’
पूनावाला ने राउत पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘राजनीति हताशा को छिपाना है और परिवार को बचाना है. इसलिए इलेक्शन कमीशन पर निशाना साधा जा रहा है. संजय राउत का इलेक्शन कमीशन पर आरोप अनर्गल और हास्यास्पद है क्योंकि आज महाराष्ट्र में संजय राउत, उद्धव सेना और मंडली को राजनैतिक रूप से न कोई गंभीरता से लेता है. न उसका ज्यादा कोई वर्चस्व बचा है। यदि आपको चुनाव आयोग का आदेश पसंद नहीं तो कोर्ट में अपील करें. लेकिन संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल खड़े करके उद्धव सेना बिल्कुल कांग्रेस और राहुल गांधी की फितरत दिखा रही है।’
बता दें, इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधते हुए कहा था कि , कुछ लोग मुख्यमंत्री बनने के लिए विरोधी दल के तलवे चाट रहे थे। शिंदे साहेब को असली शिवसेना मिल गई है। कुछ लोग झूठ बोलते थे। पार्टी के कार्यकर्ताओं को धोखा देकर कुछ लोग सीएम बने थे। गृह मंत्री ने कहा कि, राज्य में हम लोग एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में अकेले महाराष्ट्र में 12 लाख करोड़ रुपए के घोटाले हुए थे जिससे भारत की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हुई थी।
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