भाजपा ने ‘आप’ पर लगाया बिजली घोटाले का आरोप, कहा- केजरीवाल तक पहुंचा कमीशन का पैसा

नई दिल्ली. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तकरार के बारे में तो सभी को पता है. दोनों ही तू-तू मैं-मैं अक्सर ही सुर्ख़ियों में बनी रहती है. इसी कड़ी में, एलजी वीके सेक्सेना की ओर से बिजली सब्सिडी मामले की जांच का आदेश दिए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी […]

Advertisement
भाजपा ने ‘आप’ पर लगाया बिजली घोटाले का आरोप, कहा- केजरीवाल तक पहुंचा कमीशन का पैसा

Aanchal Pandey

  • October 6, 2022 6:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तकरार के बारे में तो सभी को पता है. दोनों ही तू-तू मैं-मैं अक्सर ही सुर्ख़ियों में बनी रहती है. इसी कड़ी में, एलजी वीके सेक्सेना की ओर से बिजली सब्सिडी मामले की जांच का आदेश दिए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. भाजपा ने आम आदमी पर बिजली घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा है कि कमीशन का पैसा तो दिल्ली के मुख्यमंत्री तक पहुंचा है. वहीं, भाजपा ने दिल्ली सरकार पर कई सवाल भी उठाए हैं.

भाजपा का कहना है कि केजरीवाल डिस्कॉम कंपनियों को चोर कहते थे, लेकिन वो खुद भी तो चोरी ही कर रहे हैं. साल 2016 में कैबिनेट ने हर साल ऑडिट कराने का फैसला किया था, लेकिन एक बार भी पार्टी ने ऑडिट नहीं करवाया. दिल्ली की विपक्षी पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने खास आदमियों को बोर्ड में रखा, ताकि घोटाला कर सकें, घोटाले में सबसे ज्यादा भूमिका जैस्मिन शाह की है, ये केजरीवाल की बेहद करीबी मानी जाती हैं.

चोरी के खिलाफ कहने वाले खुद ही चोरी करने लगे

इस मामले में भाजपा प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चीख-चीख के कहते थे कि दिल्ली में डिस्कॉम कंपनियों चोर है और हम इन्हें बदलेंगे. उन्होंने कहा, ”2013 में केजरीवाल कहते थे कि हम इन कंपनियों को बदल देंगे क्योंकि ये कंपनी चोरी करती है, लेकिन आज ऐसी क्या मजबूरी थी केजरीवाल आप इन कंपनियों से साठगांठ करके खुद ही चोरी करने लगे हैं. बीआरपीएल और बीआईपीएल में 51 फीसदी शेयर अनिल अंबानी का है जबकि दिल्ली सरकार की 49 फीसदी हिस्सेदारी है, दिल्ली सरकार का 21250 करोड़ इन दो कंपनियों पर बकाया था और तीसरी कंपनी टाटा ने पूरा भुगतान कर दिया है. वहीं, केजरीवाल ने बोर्ड में दिल्ली सरकार के प्रतिनिधियों को बदल दिया है. अब रिटायर्ड अधिकारियों को हटाकर अपने खास लोगों को रखा जिससे उन्हें घोटाले में कोई भी न रोक सके.”

 

महाराष्ट्र: एकनाथ शिंदे VS उद्धव ठाकरे! दशहरा रैली ने बता दिया असली शिवसेना किसकी?

Fire Break Out in Gandhi Nagar: गांधी नगर कपड़ा मार्केट में इमारत की दूसरी मंजिल से शव बरामद

Advertisement