राजस्थान विधानसभा चुनाव की अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है लेकिन सूबे में राजनीतिक माहौल बेहद गरमाया हुआ है. मंगलवार को जयपुर पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि चुनाव आते ही विपक्षी दल दादरी मॉब लिंचिंग, अखलाक मामला और अवॉर्ड वापसी का जिक्र करते हैं लेकिन इन सबके बावजूद बीजेपी राजस्थान असेंबली इलेक्शन जीत रही है.
जयपुरः राजस्थान में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और विपक्ष में बैठी कांग्रेस कुर्सी की जंग में एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रही हैं. इसी बीच बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को राजस्थान दौरे पर जयपुर पहुंचे. यहां एक कार्यक्रम में उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि दादरी में गोमांस के नाम पर हुई भीड़ द्वारा हिंसा, अखलाक मामला और अवॉर्ड वापसी के बावजूद बीजेपी चुनाव जीत रही है.
जयपुर में अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘जब भी चुनाव आते हैं तो वो (विपक्षी दल) अखलाक का मामला, दादरी मॉब लिंचिंग और अवॉर्ड वापसी का जिक्र करने लगते हैं लेकिन हम तब भी जीते थे और आगे भी जीतेंगे.’ इस दौरान अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव में जीत का मंत्री दिया. अमित शाह ने विश्वास जताया कि इस साल होने वाले असेंबली इलेक्शन में बीजेपी शत-प्रतिशत जीत रही है. राजस्थान की जनता का बीजेपी पर भरोसा कायम है.
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस के तंज ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने’ का जवाब बच्चों की कविता ‘हम्पटी-डम्पटी’ गाकर दिया. अमित शाह ने कहा कि कांग्रेसी नेता अहंकार से भरे हुए हैं. वह अंदर से खोखले हैं. बीजेपी नेता पूरे आत्मविश्वास के साथ जनता के बीच जाकर अपनी बात रखते हैं. उन्होंने राजस्थान के सभी जिलों से आने वाले बूथ लेवल के पार्टी नेताओं को सभी क्षेत्रों में प्रचार अभियान पर जोर देने की बात कही. पार्टी सूत्रों की मानें तो अमित शाह जल्द ही बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं के साथ एक मीटिंग करेंगे.
बताते चलें कि सितंबर 2015 में यूपी के दादरी में 52 साल के अखलाक की भीड़ ने हत्या कर दी थी. अखलाक पर घर में गोमांस रखने का शक था. इस मॉब लिंचिंग की वारदात के बाद ,साहित्य, कला, विज्ञान आदि क्षेत्र से जुड़ी कई जानी-मानी हस्तियों ने अपने अवॉर्ड वापस किए थे. दरअसल राजस्थान की धरती पर अमित शाह का यह कथन और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि राजस्थान मॉब लिंचिंग की इसी तरह की कई वारदातों का गवाह रहा है. इसी साल जुलाई में रकबर खान की गो तस्करी के आरोप में हत्या कर दी गई थी. अलवर में पहलू खान (55) को भी भीड़ ने मार डाला था.