नई दिल्ली, बिहार में महागठबंधन की सरकार तो बन गई है लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है. दरअसल, मंत्रिमंडल का विस्तार इसलिए रुका हुआ है क्योंकि जेडीयू और आरजेडी में स्पीकर और गृह मंत्रालय को लेकर थोड़ी अनबन चल रही है. ऐसे में, अंतिम फैसले के लिए तेजस्वी यादव आरजेडी के […]
नई दिल्ली, बिहार में महागठबंधन की सरकार तो बन गई है लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है. दरअसल, मंत्रिमंडल का विस्तार इसलिए रुका हुआ है क्योंकि जेडीयू और आरजेडी में स्पीकर और गृह मंत्रालय को लेकर थोड़ी अनबन चल रही है. ऐसे में, अंतिम फैसले के लिए तेजस्वी यादव आरजेडी के मुखिया लालू यादव के पास पहुँच गए हैं, अब लालू ही इस समस्या का समाधान करने वाले हैं.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव गृह विभाग और स्पीकर पद को लेकर अड़े हुए हैं, आरजेडी ये दोनों ही पद अपने कब्ज़े में चाहती है. आरजेडी स्पीकर का पद तो चाहती ही है लेकिन आरजेडी की ये भी मांग है कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास ही गृह मंत्रालय के पास रहे. लेकिन, जेडीयू इन दोनों पदों को देने के लिए तैयार नहीं है, जेडीयू का कहना है कि स्पीकर या गृह दोनों में से कोई एक पद तो उसके पास होना चाहिए. इसलिए अब इस समस्या का असली समाधान ढ़ूंढने लालू प्रसाद की दरबार में दोनों दल के नेता हाजिरी लगाने दिल्ली पहुंचे हैं. आरजेडी की ओर से तेजस्वी यादव और जेडीयू की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह दिल्ली पहुंचे हैं.
अब इन पदों को लेकर आरजेडी और जेडीयू में जो अनबन चल रही है उसके चलते मंत्रिमंडल का विस्तार टाल दिया गया है, पहले 12 अगस्त को मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला था लेकिन अब यह कार्यक्रम 16 अगस्त को होगा. वहीं, कांग्रेस के रोल को लेकर भी तेजस्वी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाक़ात करने वाले हैं. दरअसल, कांग्रेस चाहती है चार मंत्री पद लेकिन जेडीयू और आरजेडी तीन मंत्री पद देने को ही तैयार है. बिहार में महागठबंधन सरकार में कांग्रेस भी शामिल हो रही है लेकिन स्थानीय कांग्रेसी नेता चार मंत्री पद की मांग पर अड़े हुए हैं, वहीं लालू यादव हमेशा की तरह अपने साथ कांग्रेस की सरकार को शामिल करना चाहते हैं. इसलिए कांग्रेस को 3 मंत्रीपद पर शीर्ष नेतृत्व को मनाने के लिए तेजस्वी और ललन सिंह लालू प्रसाद के अलावा सोनियां गांधी से मिलने वाले हैं.