पटना, नीतीश कुमार और भाजपा की राहें अलग हो चुकी है, नीतीश जहां अब महागठबंधन के साथ चले गए हैं तो वहीं भाजपा नीतीश पर हमलावर हो गई. इसी कड़ी में भाजपा नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने 17 साल पुराने रिश्ते को तोड़कर विश्वासघात किया. उन्होंने दावा किया कि अमित […]
पटना, नीतीश कुमार और भाजपा की राहें अलग हो चुकी है, नीतीश जहां अब महागठबंधन के साथ चले गए हैं तो वहीं भाजपा नीतीश पर हमलावर हो गई. इसी कड़ी में भाजपा नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने 17 साल पुराने रिश्ते को तोड़कर विश्वासघात किया. उन्होंने दावा किया कि अमित शाह ने दो दिन पहले नीतीश कुमार से फोन पर बात की थी, और जब अमित शाह ने उनसे गठबंधन पर पूछा तो उन्होंने कहा कि चिंता वाली कोई बात नहीं है.
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा, “दो दिन पहले, अमित शाह ने नीतीश कुमार को फोन किया था, उस समय नीतीश ने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है. पीएम मोदी ने पिछले 1.5 साल में कई बार नीतीश से बात की, लेकिन उन्होंने कभी कोई शिकायत नहीं की.”
सुशील मोदी का यह बयान नीतीश के उस बयान के बाद सामने आया हैं, जिसमें नीतीश ने सीधे पीएम मोदी पर हमला बोला और कहा कि “वह साल 2014 में जीते लेकिन, क्या वह 2024 में जीतेंगे.”
नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी के बहाने नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. वाजपेयी और मोदी के बीच अंतर को लेकर पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि वाजपेयी जी बहुत प्रेम करते थे, उन्हें हम कभी नहीं भूल सकते हैं, उस समय की तो बात ही अलग थी. अटल जी और उस वक्त के लोगों में जो प्रेम था, उसे भूलाए भी भूला नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पर कुछ नहीं कहना है, हमने उन्हें एक आदमी दिया था, वह तो उनका ही हो गया. यह बात कहकर नीतीश कुमार ने सीधे तौर पर आरसीपी सिंह पर निशाना साध दिया और मोदी पर बिना कुछ कहते हुए भी बहुत कुछ कह दिया.
नीतीश ने कहा कि हम लोगों ने उन्हें सपोर्ट किया, लेकिन उनकी तरफ से जेडीयू को ही खत्म करने की कोशिश की गई. इसलिए हम पुरानी जगह पर लौट गए.
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