नई दिल्ली. नीतीश कुमार ने एनडीए से गठबंधन तोड़कर आरजेडी के साथ मिल सरकार तो बना ली है, लेकिन अब वो विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. इसी कड़ी में बीते दिनों उन्होंने दिल्ली दौरा किया था और राहुल गाँधी समेत विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात भी की थी. अब इसी कड़ी में […]
नई दिल्ली. नीतीश कुमार ने एनडीए से गठबंधन तोड़कर आरजेडी के साथ मिल सरकार तो बना ली है, लेकिन अब वो विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. इसी कड़ी में बीते दिनों उन्होंने दिल्ली दौरा किया था और राहुल गाँधी समेत विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात भी की थी. अब इसी कड़ी में विपक्षी एकता की कवायद लालू यादव और नीतीश कुमार सोनिया गाँधी से मिलने पहुंचे हैं. लालू और नीतीश की इस मुलाकात को 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी खेमे को एकजुट करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमने सोनिया जी से बात कर ली है और हमारा विचार है देश में ज्यादा से ज्यादा दलों को एकजुट करना और मिलकर प्रगति के लिए काम करना, फ़िलहाल उनके पार्टी अध्यक्ष का चुनाव है इसके बाद आगे की बात की जाएगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कहा जा रहा है कि ये बैठक न केवल विपक्षी खेमे को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि कई अन्य कारणों से भी अहम है क्योंकि लालू प्रसाद यादव विपक्ष की एकता को मजबूत करने के लिए सोनिया गांधी से आश्वासन मांगेंगे, वहीं रिपोर्ट्स की मानें तो लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार विभिन्न क्षेत्रीय दलों के नेताओं से संपर्क करने के लिए कांग्रेस प्रमुख की राय जानना चाहते हैं और उनसे हामी भी भरवाना चाहते हैं.
गौरतलब है, पिछले पांच सालों में तीन दलों कांग्रेस, जदयू और राजद के प्रमुख के बीच यह पहली आधिकारिक बैठक है, इससे पहले ऐसी कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई है. अब अगर तीनों नेताओं के बीच में बात बनती है तो केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के एकजुट करने के 2024 के अभियान को अच्छी बढ़त मिल सकती है.