राजनीति

पहले विधायक का चुनाव हारे, अब बने भाजपा के संकट मोचक.. जानें भूपेंद्र सिंह कौन ?

लखनऊ, यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो चुका है, भूपेंद्र सिंह चौधरी यूपी बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं. पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी को बीते दिन दिल्ली बुलाया गया था, ऐसे में आजमगढ़-मऊ दौरा छोड़कर वो दिल्ली के लिए रवाना हुए थे, वहीं अब भूपेंद्र चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है. बिरादरी से जुड़े भूपेंद्र सिंह चौधरी को संगठन का एक बड़ा अनुभव रहा है और बीते विधानसभा चुनाव में भी भूपेंद्र सिंह चौधरी ने जाटों की नाराजगी दूर करने में ख़ास भूमिका निभाई थी. इस वक्त भूपेंद्र सिंह योगी सरकार में पंचायती राज मंत्री हैं.

कौन है भूपेंद्र सिंह चौधरी

उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी पश्चिमी यूपी के मुस्लिम बहुल मुरादाबाद जिले के एक छोटे से गांव महेंद्री सिकंदरपुर से आते हैं. साल 1968 में चौधरी का जन्म हुआ है और उन्होंने शुरुआती शिक्षा स्थानीय स्कूल में हासिल की है, अपने छात्र जीवन के दौरान ही चौधरी आरएसएस से जुड़ गए थे और साल 1989 में भाजपा की सदस्यता ली. मुरादाबाद जिला बीजेपी संगठन में विभिन्न जिम्मेदारी निभाते हुए जिला अध्यक्ष और अब प्रदेश के पद का जिम्मा वह संभालने वाले हैं.

भाजपा में शामिल होने के बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी साल 1993 में मुरादाबाद जिला कार्य समिति में सदस्य बनाए गए. इसके बाद साल 1994 में जिला कार्यकारिणी के कोषाध्यक्ष बनाए गए और फिर 1995 में जिला महामंत्री बनाए गए. साल 1996 से 2000 तक चौधरी भाजपा जिलाध्यक्ष रहे. साल 2000 में ओबीसी विभाग के संयोजक बने और 2007 में क्षेत्रीय मंत्री का जिम्मा उनको सौंपा गया, वहीं पश्चिमी यूपी के क्षेत्रीय मंत्री के तौर पर रुहेलखंड के इलाके में भाजपा को मजबूत करने में उन्होंने भूमिका अदा की.

जब हार गए थे चुनाव

भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पहली बार साल 2009 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था, भाजपा ने तब उन्हें पश्चिमी मुरादाबाद सीट से उपचुनाव में उतारा था, लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाए थे. ऐसे में पार्टी ने उन्हें संगठन के कार्य में लगाए रखा. साल 2010 से लेकर 2018 तक चार बार भाजपा के अध्यक्ष रहे हैं. उनके नेतृत्व में साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया।

जब बने संकट मोचक

भाजपा के लिए भूपेंद्र सिंह चौधरी संकट मोचक की भूमिका भी अदा करते नजर आए हैं, भाजपा के जाट नेता के तौर पर उन्हें हरियाणा के चुनाव में जिम्मेदारी दी गई, तो उन्होंने उसे बखूबी अदा किया. इसके बाद किसान आंदोलन के दौरान जाट की नाराजगी को दूर करने के लिए भी पश्चिमी यूपी में मोर्चा संभाल रखा था, इतना ही नहीं 2022 विधानसभा चुनाव में किसान आंदोलन को लेकर जाट मतदाताओं में नाराजगी होने की आशंका जताई जा रही थी, तब जाटलैंड को साधने में भूपेंद्र चौधरी ने अहम भूमिका निभाई थी, इन्हीं सब को देखते हुए अब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है.

 

 

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Aanchal Pandey

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