बेंगलुरु. कर्नाटक में बाढ़ से हालत दिन पर दिन बदतर हुए जा रहे हैं. राजधानी बेंगलुरु की अगर बात करें तो यहां पर आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है, लेकिन कर्नाटक सरकार में राजस्व मिनिस्टर मीटिंग में खर्राटे लेते नज़र आ रहे हैं. दिलचस्प बात तो ये है कि कर्नाटक सीएम बसवराज […]
बेंगलुरु. कर्नाटक में बाढ़ से हालत दिन पर दिन बदतर हुए जा रहे हैं. राजधानी बेंगलुरु की अगर बात करें तो यहां पर आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है, लेकिन कर्नाटक सरकार में राजस्व मिनिस्टर मीटिंग में खर्राटे लेते नज़र आ रहे हैं. दिलचस्प बात तो ये है कि कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई मीटिंग भी कर्नाटक बाढ़ पर कर रहे थे लेकिन मंत्री जी को इतना भी सब्र नहीं हुआ कि मीटिंग खत्म कर लें वो तो मीटिंग में ही खर्राटे लेने लगे. सड़कों पर जलभराव के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, मजबूरी में लोगों को ऑफिस जाने के लिए ट्रैक्टर और बुलडोज़र का सहारा लेना पड़ रहा है लेकिन मंत्री जी तो सोने में मशरूफ हैं.
दरअसल, कर्नाटक में बाढ़ के हालतों पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई आज कैबिनेट की बैठक कर रहे थे. इस बैठक की एक तस्वीर कांग्रेस ने पोस्ट की है. इस तस्वीर में मंत्री आर अशोक पर मीटिंग के दौरान सोने का आरोप लगाया गया है. बेंगलुरू में हालत काफी बिगड़ गए हैं, हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यहां पर स्कूलों की छुट्टी कर दी गई हैं और दफ्तरों ने वर्क फ्रॉम होम कर दिया है.
कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने आर अशोक की तस्वीरें साझा कीं हैं, इन तस्वीरों में मंत्री को राज्य में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक के दौरान आंखें मूँद कर सोते हुए पाया गया. कांग्रेस ने कन्नड़ भाषा में ट्वीट करते हुए लिखा है कि डूबने के कई प्रकार होते है, इस समय जहाँ राज्य के लोग बारिश में डूब रहे हैं तो वहीं मंत्री अपनी नींद में डूब रहे हैं. सोमवार को, आर अशोक ने बाढ़ समीक्षा बैठक से तस्वीरें भी साझा कीं, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने की थी, अब इन तस्वीरों के चलते आर अशोक को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के मुताबिक, राज्य की राजधानी के कुछ क्षेत्रों में एक सितंबर से पांच सितंबर के बीच सामान्य से 150 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई. महादेवपुरा, बोम्मनहल्ली और के. आर. पुरम में 307 फीसदी ज्यादा बरसात हुई. ‘