Ashok Gehlot on President Ramnath Kovind: नरेंद्र मोदी सरकार ने कोविंद को उनकी जाति के कारण राष्ट्रपति बनाया है, ऐसा दावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया है. प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राम नाथ कोविंद को गुजरात चुनाव से पहले मतदाताओं को खुश करने के लिए उनकी जाति के कारण राष्ट्रपति बनाया गया था.
नई दिल्ली. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि रामनाथ कोविंद को दलित समुदाय को खुश करने के लिए गुजरात चुनाव से पहले उनकी जाति के कारण राष्ट्रपति बनाया गया था. उनकी टिप्पणी को दलित मतदाताओं को भाजपा से दूर करने के कदम के रूप में देखा जा सकता है.
अशोक गहलोत ने कहा, गुजरात चुनाव में फायदा उठाने के लिए भाजपा ने रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया. क्योंकि गुजरात के चुनाव आ रहे थे. वे घबरा चुके थे कि हमारी सरकार गुजरात में नहीं बनने जा रही है. मेरा ऐसा मानना है कि रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति बनाया जातीय समीकरण बैठाने के लिए और आडवाणी साहब छूट गए.
2014 में भाजपा ऐसी पार्टी के रूप में उभरी जिसे सबसे ज्यादा दलित वोट हासिल हुए. वहीं कांग्रेस के दलित वोट शेयर में 8 प्रतिशत की गिरावट आई. इन्हीं आंकड़ों को मद्देनजर रखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा. अशोक गहलोत ने यह भी बताया कि कैसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को चुनाव से पहले दरकिनार कर दिया गया.
दरअसल इस बार भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी और लालकृष्ण आडवाणी दोनों को लोकसभा 2019 के चुनाव लड़ने के लिए टिकट से वंचित कर दिया गया. वहीं लालकृष्ण आडवाणी ने लोकसभा उम्मीदवारों की पार्टी की सूची से बाहर होने के बारे में कुछ नहीं कहा था. हालांकि उन्होंने संकेत देते हुए लिखा था कि उनकी पार्टी किसी के असहमत होने पर उन्हें राजनीतिक रूप से राष्ट्र-विरोधी नहीं मानती है.
भाजपा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्पष्ट बहुमत देने वाले 2014 के आम चुनावों के बाद लालकृष्ण आडवाणी और एमएम जोशी को पार्टी में दरकिनार कर दिया गया. वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दलित समुदाय की कोली जाति के हैं. इस कारण कहा जा रहा है कि भाजपा ने उन्हें कोली समुदाय के वोट को अपने हिस्से में करने के लिए राष्ट्रपति का पद दिया.