राहुल गांधी ने मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से लेकर राफेल से लेकर संविधान तोड़ने तक के आरोप बीजेपी पर लगाए. इस दौरान उन्होंने राफेल की कीमत के बारे में फ्रांस के राष्ट्रपति से बातचीत के बारे में बताया. इस पर अरुण जेटली ने राहुल गांधी में समझदारी की कमी बताते हुए उनमें समझदारी की कमी बताया है.
नई दिल्ली. विपक्ष द्वारा केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी की स्पीच मुद्दा बनी हुई है. अविश्वास प्रस्ताव गिरने के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने राहुल के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा है. अरुण जेटली ने फेसबुक पोस्ट लिखकर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस के पास 2019 से पहले संसद में सार्थक बहस करने का एक अच्छा मौका था लेकिन उसने यह गंवा दिया. इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि अगर राहुल गांधी की यह सबसे बेस्ट बहस थी तो भगवान उनकी पार्टी (कांग्रेस) की रक्षा करे.
फेसबुक पोस्ट में अरुण जेटली ने लिखा है कि एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल का अध्यक्ष जो कि प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखता है, उसका बोला हुआ एक-एक शब्द मूल्यवान होना चाहिए. उसके तथ्यों में विश्वसनीयता और सत्यता होनी चाहिए. उसके द्वारा की गई बहस महत्वहीन नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही राहुल को टारगेट करते हुए उन्होंने लिखा है कि जो प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं वे अज्ञानता, झूठ और कलाबाजी को कभी मिश्रित नहीं करते.
राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में दी गई स्पीच के बारे में जेटली ने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने एक महान अवसर खो दिया है. अगर 2019 के लिए यह उनकी सबसे अच्छी बहस थी तो भगवान उनकी पार्टी की मदद करे. जेटली आगे लिखते हैं राहुल की समझ की कमी न केवल बुनियादी मुद्दों तक सीमित है बल्कि प्रोटोकॉल की जानकारी भी सीमित है. उन्हें जानकारी नहीं है कि कभी भी किसी को सरकार के मुखिया या राज्य के मुखिया के साथ हुई बातचीत को गलत नहीं ठहराना चाहिए. अगर कोई ऐसा करता है तो गंभीर लोग आपसे बात करने से कतराएंगे.
राहुल गांधी द्वारा सदन में राफेल मुद्दा उठाते वक्त फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो से मुलाकात का भी जिक्र किए जाने पर भी जेटली ने उन्हें आड़े हाथों लिया है. जेटली ने कहा कि ऐसा करके राहुल गांधी ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बातचीत कर हाहुल ने अपनी विश्वसनीयता कम की है. राहुल गांधी ने ऐसा कर एक भारतीय राजनेता की छवि को गंभीर रुप से नुकसान पहुंचाया है. जेटली ने लिखा कि यूपीए सरकार के मंत्री ने गोपनीयता के समझौते पर साइन किए. राहुल गांधी अब मनमोहन सिंह को शर्मिंदा करना चाहते हैं. राहुल ने सदन में बार-बार दर्शाया कि वे तथ्यों से अनजान हैं और विमान की लातक बताने का मतलब होता है उसके बारे में बाकी जानकारी जैसे कि हथियारों की जानकारी देना.
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