मुंबई. महाराष्ट्र की सियासत इस समय गरमाई हुई है, शिंदे गुट और उद्धव गुट दोनों को अपने-अपने चुनाव चिह्न और पार्टी का नाम मिल गया है. कुछ ही दिनों में यहाँ उपचुनाव होने वाले हैं, इसी के मद्देनजैर मुंबई में होने वाले अंधेरी उपचुनाव को लेकर कल हाई कोर्ट में 11 बजे होगी सुनवाई होने […]
मुंबई. महाराष्ट्र की सियासत इस समय गरमाई हुई है, शिंदे गुट और उद्धव गुट दोनों को अपने-अपने चुनाव चिह्न और पार्टी का नाम मिल गया है. कुछ ही दिनों में यहाँ उपचुनाव होने वाले हैं, इसी के मद्देनजैर मुंबई में होने वाले अंधेरी उपचुनाव को लेकर कल हाई कोर्ट में 11 बजे होगी सुनवाई होने वाली है.
बता दें, रुतुजा लटके जो उद्धव ठाकरे शिवसेना गुट के उम्मीदवार हैं उनका इस्तीफा अब तक मुंबई महानगर पालिका ने मंजूर नहीं किया है. ऋतूजा लटके मुंबई महानगरपालिका में कार्यरत थी और अंधेरी विधानसभा से उद्धव ठाकरे गुट के दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं, रमेश लटके का दिल का दौरा पड़ने के चलते निधन हो गया था, जिसके बाद उद्धव गुट ने उनकी पत्नी को उनके सीट से खड़ा करने का फैसला लिया, जिसके मद्देनजर ऋतूजा लटके ने मुंबई महानगरपालिका को अपना इस्तीफा सौंप दिया, लेकिन तकनीकी खामियों का हवाला देते हुए अभी तक मुंबई महानगर पालिका ने ऋतूजा लटके का इस्तीफा मंजूर नहीं किया, जिसके बाद उद्धव गुट हाईकोर्ट पहुंचा. अब हाईकोर्ट से उद्धव ठाकरे को राहत मिली है.
इस मामले में हाईकोर्ट ने उद्धव गुट को राहत दी है और बीएमसी को ऋतुजा का स्वीकार करने का निर्देश दिया है. दरअसल, कल नामांकन भरने की आखिरी तारीख है, ऐसे में उद्धव गुट ऋतूजा लटके को चुनाव लड़ाना चाहती है लेकिन बीएमसी ने अब तक उनका इस्तिफा मंजूर नहीं किया था. ऐसे में, अगर मुंबई महानगरपालिका ऋतूजा देशमुख का इस्तीफा स्वीकार नहीं करती तो वह अपना नामांकन नहीं भर पाती इसीलिए उद्धव गुट ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया, हाना से उन्हें राहत मिली है.
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