नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा में जीत ने विपक्षी पार्टियों का जितना हौसला बढ़ाया था वो सब महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम से ठंडा हो गया है. बीते रविवार NCP में हुई टूट का असर पूरे देश की राजनीति में दिखाई दे रहा है. जिसे लेकर सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया है कि […]
नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा में जीत ने विपक्षी पार्टियों का जितना हौसला बढ़ाया था वो सब महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम से ठंडा हो गया है. बीते रविवार NCP में हुई टूट का असर पूरे देश की राजनीति में दिखाई दे रहा है. जिसे लेकर सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया है कि कर्नाटक में भी महराष्ट्र वाली स्थिति बन रही है.
मंगलवार को सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि 2019 में किसी ने नहीं सोचा था लेकिन सरकार गिर गई. महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ है जहां कल चौंकाने वाला घटनाक्रम देखने को मिला जिसके बाद मुझे डर लगने लगा है कि कर्नाटक में अजित पवार के रूप में कौन उभरेगा? उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक में अधिक समय नहीं लगेगा. कुमारस्वामी ने आगे दावा किया कि महज साल भर के अंदर ही कर्नाटक की कांग्रेस सरकार गिर जाएगी. हालांकि उन्होंने राज्य में अजित पवार की भूमिका निभाने वाले नेता के नाम का खुलासा नहीं किया है लेकिन वह इतना जरूर कह गए कि समय आने पर बताऊंगा.
दूसरी ओर उन्होंने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस के रवैये के कारण इस देश में महागठबंधन संभव नहीं है. साल 2018 के गठबंधन से आपने आखिर क्या हासिल कर लिया. दूसरी ओर भाजपा ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया और सदन में नारेबाजी करते हुए कहा कि कांग्रेस ने खुद डीके शिवकुमार को धोखा दिया.
गौरतलब है कि इसी साल कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुए थे जिसमें कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत तो हासिल की लेकिन सीएम की कुर्सी को लेकर डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के नाम के बीच पेंच फंस गया. इसके बाद डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम के पद से संतुष्ट होना पड़ा जहां सिद्धारमैया को सीएम की कुर्सी मिली. बता दें, इससे पहले भी रविवार को डी.कुमारस्वामी ने कहा था कि कर्नाटक में सीएम सिद्धारमैया के अलावा भी कई मुख्यमंत्री दावेदार हैं. ऐसे में उनका दावा है कि पार्टी की सरकार शुरुआत से ही पार्टी से बाहर है.