2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कार्यकर्ताओं में जोश जगाते नजर आ रहे हैं. वे खुली रैलियों में महागठबंधन से खुद ही निपटने की बात कहकर कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ा रहे हैं तो बंद कमरे में अपनी पार्टी के सांसदों को हिदायत दे रहे हैं.
नई दिल्ली. 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष काफी सजग नजर आ रहे हैं. रविवार को उन्होंने मेरठ में बीजेपी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया. इसके अलावा उन्होंने अपने पार्टी नेताओं को चुनाव से पहले विवादित बयानों से बचने की हिदायत दी है. अमित शाह ने यह हिदायत खासतौर पर उन सांसदों और विधायकों को दी है जिनके बयान से बीजेपी पर सवाल उठते रहे हैं. अमित शाह ने बंद कमरे में बैठक के दौरान पार्टी नेताओं को यह हिदायत दी है.
न्यूज 18 ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सांसदों के साथ बंद कमरे में बैठक कर अमित शाह ने उनसे अपने संसदीय क्षेत्रों में जाकर सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए कहा. उन्होंने सांसदों को कहा कि वे 2014 के चुनावों की तरह जमीनी स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं. इसके साथ ही वे गांवों में जाएँ और कम से कम 20 घरों में चाय पियें. बीजेपी अध्यक्ष के निर्देश आगामी चुनावों के मद्देनजर काफी अहम माने जा रहा है. हालांकि, खबरें हैं कि यूपी के वर्तमान बीजेपी सांसदों में से आधे से ज्यादा को दोबारा टिकट नहीं मिलेगा.
सूत्रों के मुताबिक, अमित शाह ने हेमा मालिनी, सुरेश राणा, संगीत सोम, मुरली मनोहर जोशी, संजीव बालियान और राजेंद्र अग्रवाल जैसे सांसदों को विशेष रुप से विवादित बयान न देने की चेतावनी दी. हाल ही में हेमा मालिनी ने यूपी की मुख्यमंत्री बनने संबंधी बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था. ऐसे में बीजेपी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती. इसलिए बीजेपी अध्यक्ष ने समय रहते ही अपनी पार्टी के सांसदों को चेता दिया है.
मेरठ: अमित शाह का बीजेपी नेताओं से वादा- महागठबंधन से मत डरो, चुनाव मैं जिता दूंगा